नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने बुधवार को कहा कि एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक पंजी) के मसले पर लोगों को प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) के बयान पर भरोसा करना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस समय एनआरसी का कोई मसला नहीं है। पासवान ने कहा, “हम लोगों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि एनआरसी की कहीं कोई चर्चा नहीं है और इस मसले पर लोगों को प्रधानमंत्री के बयान पर विश्वास रखना चाहिए। प्रधानमंत्री ने खुलेआम कह दिया है कि एनआरसी का कहीं कोई प्रश्न नहीं है।”
नये साल के आगाज पर उन्होंने लोगों से शांति और भाईचारा बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि भारत एक बगीचा है, जिसमें हर तरह के फूल हैं, हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई आदि ये फूल हैं और सब फूल को खिलने का मौका मिले। उन्होंने कहा कि इस देश में किसी के साथ भेदभाव नहीं होगा।
पासवान ने कहा, “जिसका जो अधिकार है वह अक्षुण्ण रहेगा। कोई किसी के अधिकार को छीन नहीं सकता है। जो मुसलमान भाई हमारे देश में हैं वो हमारे हैं। दलित हों या किसी भी जाति के लोग हों, जब तक हमलोग हैं, सरकार है, संविधान है, कोई किसी के ऊपर अंगुली नहीं उठा सकता है।”
उन्होंने कहा, “आज (बुधवार को) भी हमारी गृहमंत्री से बातचीत हुई है। प्रधानमंत्री से भी बातचीत होती है। इस संदर्भ में पूरी तरह से आश्वस्त करना चाहते हैं कि एनआरसी का फिलहाल कोई मसला नहीं है।” उन्होंने कहा कि एनपीआर (राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर) को लेकर भी भ्रम नहीं फैलाना चाहिए। पासवान ने कहा, “हम आश्वस्त करना चाहते हैं कि चाहे हमारे मुसलमान भाई हों, चाहे दलित हों, पिछड़ी जाति के लोग हों, चाहे आदिवासी हों, किसी भी जाति के लोग हों उनके साथ भेदभाव नहीं होगा।”
रामविलास पासवान ने इससे पहले अपने दिवंगत छोटे भाई और पूर्व सांसद रामचंद्र पासवान की जयंती पर उन्हें याद किया। उन्होंने भावुक होकर कहा, “ऐसा लगता है रामचंद्र कहीं न कहीं है और वही सारा कुछ कर रहा है।”