हैदराबाद। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान राज्य पुलिस के एक जासूस के पकड़े जाने की खबर है। एक टीवी चैनल ने ये खबर दी है। चैनल के मुताबिक बीजेपी के नेताओं ने जासूसी कर रहे इस पुलिस अफसर को पकड़ा और फिर उसे उसके विभाग के हवाले किया। सूत्रों का कहना है कि पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। हालांकि, पुलिस ने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है। चैनल के मुताबिक तेलंगाना पुलिस का जासूस हैदराबाद इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में घुस आया था। उसने कुछ दस्तावेजों की फोटो भी फोन से खींच ली थी।
न्यूज चैनल की खबर के मुताबिक जिस वक्त घटना हुई, मीटिंग में शामिल लोग भोजन कर रहे थे। बताया जा रहा है कि हॉल में कम लोग थे। उसी वक्त तेलंगाना पुलिस के इस अफसर ने वहां टेबल पर पड़े दस्तावेजों को देखना शुरू किया और फिर वो फोटो खींचने लगा। इसे देखकर बीजेपी के कुछ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उसे पकड़ लिया। जासूसी करने आए अफसर से बीजेपी वालों ने पूछताछ की। बाद में उसके विभाग के अफसरों को फोन कर बुलाया गया और उसे उनके हवाले कर दिया गया। बीजेपी के पूर्व विधायक एन. इंद्रसेन रेड्डी ने चैनल से इस मामले की पुष्टि की।
रेड्डी के मुताबिक अफसर ने जासूसी करते हुए मोबाइल से जो भी फोटो खींचे थे, उन्हें डिलीट कराया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि तेलंगाना की सरकार दुर्भावनापूर्ण तरीके से बीजेपी की बैठक से जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस के अफसर को बैठक स्थल में प्रवेश की मंजूरी नहीं थी। उसने पुलिस की ओर से दिए गए पास का इस्तेमाल किया। इंद्रसेन रेड्डी ने कहा कि तेलंगाना सरकार का इस तरह का रवैया ठीक नहीं है। उनको किसी की निजता का उल्लंघन नहीं करना चाहिए। रेड्डी ने पूछा कि आखिर सीएम के. चंद्रशेखर राव बताएं कि पुलिस के जासूस को बीजेपी की बैठक में क्यों भेजा गया? उन्होंने राज्य सरकार से माफी की मांग भी की।