newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Amarnath Yatra: अमरनाथ में श्रद्धालुओं पर फिर बरपा प्रकृति का कहर,  बाढ़ से बेहाल हुए भक्तगण, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

Amarnath Yatra: फिलहाल, विषम परिस्थितियों को काबू में करने की कवायद शुरू हो चुकी है। पुलिस प्रशासन दुरूह हालातों को दुरूस्त करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्याओं का सामना ना करना पड़े, इस दिशा में कोशिशों का सिलसिला जारी है।

नई दिल्ली। अमरनाथ से एक हदयविदारक खबर सामने आ रही है। अमरनाथ में एक बार फिर से श्रद्धालुओं पर प्रकृति का कहर बरप रहा है। दरअसल, खबर है कि अमरनाथ में पवित्र गुफा के आसपास ऊंचे पहाड़ों में भारी बारिश से आज दोपहर करीब 3 बजे जलाशयों और आसपास के झरनों में बाढ़ आ गई। तत्काल अलर्ट जारी किया गया और अब तक 4,000 से अधिक तीर्थयात्रियों को सुरक्षित क्षेत्र से बाहर निकाल लिया गया है। स्थिति नियंत्रण में है। फिलहाल, विषम परिस्थितियों को काबू में करने की कवायद शुरू हो चुकी है। पुलिस प्रशासन दुरूह हालातों को दुरूस्त करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्याओं का सामना ना करना पड़े, इस दिशा में कोशिशों का सिलसिला जारी है।

गौरतलब है कि अब तक अमरनाथ यात्रा पर 3 लाख से भी अधिक श्रद्धालु विभिन्न राज्यों से जम्मू पहुंच चुके हैं। अब तक बाबा अमरनाथ की यात्रा के लिए आधार शिविर यात्री निवास भगवती नगर जम्मू से आज सुबह 2189 श्रद्धालुओं का 26 वां जत्था पहलगाम व बालटाल के लिए रवाना हुआ। रवाना हुए जत्थे में 1476 पुरुष, 668 महिलाएं, 3 बच्चे और 42 साधु शामिल थे जो 72 वाहनों पर सवार होकर यात्रा पर गए। उधर, पहलगाम रूट के लिए यात्रा करने को रवाना हुए 1374 श्रद्धालुओं के जत्थे में 1001 पुरुष, 330 महिलाएं, 1 बच्चा, 42 साधु शामिल थे। बाबा अमरनाथ की यात्रा तीस जून से शुरू हुई थी।

इस बार यात्रा की अवधि 43 दिन की निर्धारित की गई जो रक्षा बंधन वाले दिन ग्यारह अगस्त को संपन्न होगी, लेकिन वर्तमान में जिस तरह से श्रद्धालुओं के समक्ष प्रकृति आपदाएं राहों में अवरोध पैदा कर रहे हैं। ऐसे में मौजूदा समय में श्रद्धालुओं को विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन यहांं गौर करने वाली बात है कि श्रद्धालुओं का उत्साह इन तमाम दुश्वारियों के बावजूद भी नहीं थम रहा है। इनका उत्साह आज भी बरकरार है।