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विकास दुबे के फाइनेंसर के घर में रह रहे तीन पुलिसकर्मी निलंबित

कानपुर(Kanpur) के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा़ प्रितिंदर सिंह ने बताया, “विकास दुबे प्रकरण मामले में जय बाजपेयी(Jay Vajpeyi) उसका साथी है। वह उसी मुकदमे में जेल में है।

लखनऊ। कानपुर के शातिर अपराधी विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद भी इस केस में रोज नए मामले सामने आ रहे हैं। पुलिस को जांच में पता चला है कि विकास दुबे के फोइनेंसर का काम संभालने वाले जय वाजपेयी के एक मकान में तीन पुलिसकर्मी रहते थे। आईजी रेंज के आदेश पर तीनों को निलम्बित किया गया है। इसके अलावा तीनों की विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा़ प्रितिंदर सिंह ने बताया, “विकास दुबे प्रकरण मामले में जय बाजपेयी उसका साथी है। वह उसी मुकदमे में जेल में है। उसके अन्य साथी पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत मुकदमा किया गया है। कुछ अन्य साथियों को गिरफ्तारी का प्रयास चल रहा है।

Vikas Dubey Encounter

सूत्रों से संज्ञान में आया है कि तीन पुलिस कर्मी जय बाजपेई के मकान में रहते पाए गये हैं। तीनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा इनके संबधों की जांच की जा रही है। इसके अलावा अन्य पुलिसकर्मियों का अगर अपराधियों के साथ गठजोड़ करता पाया गया तो उसके साथ सख्ती से कार्रवाई होगी।”

Jai Vaijpeyi Vikas dube

ज्ञात हो कि शिकायत के बाद आइजी मोहित अग्रवाल ने सीओ नजीराबाद गीतांजलि को जय बाजपेयी के ब्रह्मनगर स्थित मकान नंबर 111-481 में छापा मारने के निर्देश दिए। जांच के दौरान घर पर कर्नलगंज में तैनात उप निरीक्षक राजकुमार, अनवरगंज में तैनात उप निरीक्षक उस्मान और रायपुरवा में तैनात उप निरीक्षक खालिद वहां रहते पाए गए।

Kanpur Case Vikas dube
आइजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि जिस मकान में दारोगा रहते मिले, वह केडीए से विवादित है। मगर वहां पर पुलिस कर्मी रह रहे हैं जिसके कारण उस मकान पर कार्रवाई करने में मुश्किलें आ रही हैं। इस शिकायत को अधिकारी ने गम्भीरता से लिया और सीओ नजीराबाद गीतांजलि सिंह को मामले की जांच सौंपी। आईजी से निर्देश मिलने के बाद सीओ ने ब्रह्मनगर स्थित जय के विवादित मकान में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पाया गया कि यह तीनों वहां रह रहे हैं। तीनों से पूछताछ और जांच में पता चला कि पुलिस कर्मी मुफ्त में वहां रह रहे थे। सीओ ने रिपोर्ट आईजी को सौंप दी। इसके बाद उन्होंने तीनों को निलम्बित करने और विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए।