नई दिल्ली। केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर संसद में नाराज हो गए। उनकी नाराजगी की वजह बने इंडिया गठबंधन के सांसद। वही सांसद जिन पर आज सीकर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जमकर निशाना साधा। हालांकि, यह निशाना प्रधानमंत्री संसदीय दल की बैठक में भी साध चुके हैं, लेकिन आज एक बार फिर से उन्होंने सीकर में इंडिया के सांसदों की क्लास लगा डाली। वहीं, इस बीच खबर है कि केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रसाद भी इंडिया के सांसदों पर भड़क गए। वो महज भड़के ही नहीं बल्कि उन्हें आईना भी दिखा दिया। आइए , आगे आपको हम उनकी नाराजगी की वजह के बारे में विस्तार से बताते हैं।
#WATCH | NDA MPs raise an objection over Opposition MPs’ uproar during the statement of EAM Dr S Jaishankar in the House.
Parliamentary Affairs Minister Pralhad Joshi says, “They have moved a No Confidence Motion which is under the cognisance of the Speaker. There is a 10-day… pic.twitter.com/qZTJuq5Wo7
— IndSamachar News (@Indsamachar) July 27, 2023
जानें पूरा माजरा
दरअसल, संसद में विदेश मंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश यात्राओं और भारत की विदेश नीति के संदर्भ में बयान देने के बाबत खड़े हुए थे, लेकिन विपक्ष के हंगामे की वजह से वो अपना बयान जारी नहीं कर पाए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वो जैसे ही बयान देने के लिए खड़े हुए, तो विपक्षी ने हंगामा तेज कर दिया, जिसकी वजह से वो बयान नहीं दे पाए, जिस पर विदेश मंत्री ने अपनी नाराजगी जताई। आइए, आगे जानते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा।
#WATCH | NDA MPs chant ‘Modi, Modi’ in Rajya Sabha as EAM Dr S Jaishankar makes a statement on India’s Foreign Policy. To counter this, INDIA alliance MPs chant “INDIA, INDIA.”#india #RajyaSabha #ParliamentSession #sjaishankar #cnbctv18digital pic.twitter.com/hMzuOSxkO4
— CNBC-TV18 (@CNBCTV18News) July 27, 2023
क्या बोले विदेश मंत्री
बता दें कि विदेश मंत्री ने कहा कि इंडिया की बात करने वाले ये विपक्षी सांसद इंडिया की ही बात सुनने को तैयार नहीं हैं, यह जानकर मुझे बहुत पीड़ा हो रही है। यह बहुत दुखद है कि विपक्ष संसद में सुचारू चर्चा की दिशा में बाधा पैदा कर रहा है और चर्चा नहीं होने दे रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष पक्षपातपूर्ण राजनीति को ज्यादा प्राथमिकता दे रहा है। उन्होंने कहा कि विदेश नीति के मोर्चे पर हमने जो सफलता हासिल की है, वो किसी सरकार की नहीं, बल्कि देश की उपलब्धि है। ध्यान दें कि बीते कुछ दिनों संसद में माहौल गरमाया हुआ है। मणिपुर से लेकर मुख्तलिफ मसलों को लेकर बहस का बाजार गुलजार हुआ है। अब ऐसे में आगामी दिनों में इस पूरे मसले का हिंदुस्तान की राजनीति पर क्या कुछ असर पड़ता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।