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UP: “जेल में बंद अपने मुस्लिम नेताओं से क्यों नहीं मिलते अखिलेश यादव..”, रमाकांत यादव से मुलाकात करने पर अखिलेश पर भड़की मायावती

UP: बसपा सुप्रीमो मायावती ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश को आड़े हाथ लिया है। मायावती  ने सीधे तौर पर अखिलेश यादव का नाम लिया है और उन पर तंज कसते हुए उनसे सवाल भी किया है।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश को आड़े हाथ लिया है। मायावती  ने सीधे तौर पर अखिलेश यादव का नाम लिया है और उन पर तंज कसते हुए उनसे सवाल भी किया है। ये तंज मायावती ने बाहुबली विधायक रमाकांत यादव को लेकर किया है। उन्होंने सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए लिखा कि समाजवादी पार्टी आपराधिक तत्वों को संरक्षण देती है और उनकी पार्टी में ये धारणा भी आम हैं। बता दें कि इस मुलाकात को लेकर मायावती ने कई सिलसिलेवार ट्वीट किए हैं।

अखिलेश यादव से पूछा सवाल

मायावती ने सोशल मीडिया पर लिखा- “समाजवादी पार्टी के प्रमुख द्वारा आज़मगढ़ जेल जाकर वहां कैद पार्टी के बाहुबली विधायक रमाकांत यादव से मिलकर उनसे सहानुभूति व्यक्त करने पर हर तरफ से तीखी प्रतिक्रिया होना स्वाभाविक है जो इस आम धारणा को भी प्रबल करता है कि सपा इन्हीं प्रकार के आपराधिक तत्वों की संरक्षक पार्टी है। वहीं एक अन्य ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा- साथ ही, विभिन्न संगठनों व आम लोगों द्वारा भी सपा प्रमुख से यह सवाल पूछना क्या अनुचित है कि वे मुस्लिम नेताओं से मिलने जेल क्यों नहीं जाते हैं, जबकि उनका ही आरोप है कि यूपी बीजेपी सरकार में सपा नेताओं को फर्जी मुकदमों में फंसाकर जेल में कैद रखा जा रहा है।”

भाजपा पर भी साधा था निशाना

ये पहली बार नहीं है जब मायावती ने किसी पार्टी को आड़े हाथ लिया हो। बीते दिन ही उन्होंने भाजपा के नेता और तेलंगाना के विधायक राजा सिंह पर तंज कसा। उन्होंने लिखा-” 1.अभी भाजपा से निलम्बित नुपूर शर्मा द्वारा पैग़म्बर-ए-इस्लाम के विरुद्ध विवादित टिप्पणी पर देश भर में गर्माया माहौल पूरी तरह से ठंडा भी नहीं हो पाया है कि बीजेपी के अन्य नेता तेलंगाना के विधायक राजा सिंह ने उसी प्रकार का उत्तेजनात्मक कार्य किया है जो अति-शर्मनाक व घोर निन्दनीय। बता दें कि राजा सिंह ने पैग़म्बर-ए-इस्लाम को लेकर टिप्पणी की थी जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।