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UP में जीरो टॉलरेंस नीति : पहले IPS अधिकारियों पर चला निलंबन का चाबुक, अब CM योगी ने दिया ये आदेश

सीएम योगी आदित्यनाथ(CM Yogi Adityanath) ने इन दोनों अधिकारियों का निलंबन करने के साथ ही अब अभिषेक दीक्षित(Abhishek Dixti) तथा मणि लाल पाटीदार(Mani Lal Patidar) सम्पत्तियो की विजिलेंस से जांच कराने का निर्देश दिया है।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार भ्रष्टाचार के मामलों में जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है। अधिकारी हो या नेता, हर किसी पर कार्रवाई देखी जा रही है। भ्रष्टाचार के मामलों में किसी भी प्रकार का कोई समझौता नहीं किया जा रहा है। एक ऐसा ही मामला प्रयागराज और महोबा से सामने आया है। इसमें योगी सरकार ने भ्रष्टाचार के मामले में निलंबन तो किया लेकिन उसके अलावा अब आरोपित अधिकारियों की संपत्ति की जांच के आदेश भी दिए हैं।

CM Yogi Adityanath

बता दें कि प्रयागराज में एसएसपी के पद पर अपने कार्यकाल के दौरान अभिषेक दीक्षित पर भ्रष्टाचार के साथ ही कार्य में शिथिलता तथा मातहतों पर प्रभावी नियंत्रण न होने का आरोप है। वहीं यूपी के महोबा के एसपी रहे मणि लाल पाटीदार पर रिश्वत मांगने के साथ ही अपराधियों पर अपेक्षित कार्रवाई न करने का आरोप है। इन दोनों अधिकारियों पर योगी सरकार सख्त नजर आ रही है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने इन दोनों अधिकारियों का निलंबन करने के साथ ही अब अभिषेक दीक्षित तथा मणि लाल पाटीदार सम्पत्तियो की विजिलेंस से जांच कराने का निर्देश दिया है। इतना ही नहीं इन दोनों अधिकारियों की अनियमितताओं में शामिल अन्य सभी पुलिसकर्मियों को जांच प्रदेश के पुलिस महानिदेशक कराएंगे। इनके साथ किसी भी प्रकार की अनियमितता में संलिप्त पुलिसकर्मियों की जांच डीजीपी कराएंगे और दोषी मिलने पर तत्काल ही इनको दंडित कराया जाएगा।

UP IPS Suspend

सूबे सीएम योगी लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। योगी आदित्यनाथ ने महोबा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) मणिलाल पाटीदार को निलंबित कर दिया। इससे एक दिन पहले प्रयागराज के एसएसपी अभिषेक दीक्षित को निलम्बित किया था। मणिलाल पाटीदार पर परिवहन में लगी गाडिय़ों के चलाए जाने के लिए अवैध रूप से पैसे वसूलने और वाहन स्वामी के उत्पीडऩ का आरोप लगा है। उन पर गिट्टी के परिवहन के लिए लगी गाडिय़ों के चलाए जाने के लिए अवैध रूप से धन उगाही की मांग की गई थी, जिसे पूरा नहीं किए जाने पर वाहन स्वामी का पुलिस के माध्यम से उत्पीडऩ किया गया।

CM Yogi

दीक्षित को हाल ही में 16 जून को प्रयागराज का एसएसपी बनाया गया था। उन्हेंं सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज के स्थान पर एसएसपी बनाया गया था। गृह विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि यह निर्णय अधिकारी के खिलाफ पुलिस ट्रांसफर और पोस्टिंग में भ्रष्टाचार के कई आरोपों की वजह से लिया गया है। दीक्षित पर जिले में कानून-व्यवस्था लागू नहीं करने का भी आरोप था। दीक्षित पर उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय के आदेश की अवहेलना का भी आरोप था।