वॉशिंगटन। पीएम नरेंद्र मोदी 21 जून से अमेरिका के दौरे पर जाने वाले हैं। इस दौरान वो अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ बैठक के अलावा कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान भारत अपने दुश्मनों चीन और पाक के खिलाफ ब्रह्मास्त्र खरीदने पर भी मुहर लगाने जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक मोदी के अमेरिका दौरे में जनरल अटोमिक्स के बनाए एमक्यू9 रीपर ड्रोन खरीदने का समझौता होने जा रहा है। बताया जा रहा है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज डिफेंस एक्यूजिशन कमेटी की बैठक में एमक्यू9 रीपर ड्रोन खरीदने के सौदे को हरी झंडी दिखाने वाले हैं। इसके बाद अमेरिका से समझौता होगा और फिर 30 ऐसे एमक्यू9 रीपर ड्रोन खरीदे जाएंगे। ये सौदा करीब 3 बिलियन डॉलर का होगा।
एमक्यू9 रीपर ड्रोन काफी खतरनाक माने जाते हैं। ये 36 घंटे तक हवा में रह सकते हैं। एमक्यू9 रीपर ड्रोन अपने साथ हेलफायर मिसाइलें और प्रिजिजन बॉम्ब ले जा सकते हैं। दुश्मन को पता तक न चले, ऐसे हमला करते हैं। इससे पाक और चीन के खिलाफ भारत को बड़ी ताकत मिल जाएगी। खासकर इस वजह से क्योंकि बीते दिनों खबर आई थी कि चीन अपने दोस्त पाक को हथियारबंद ड्रोन की सप्लाई कर रहा है। एमक्यू9 रीपर ड्रोन के जरिए अमेरिका ने कई बार पाक और अफगानिस्तान में अपने दुश्मनों को ठिकाने लगाया है। अल-कायदा के सरगना रहे अयमान अल-जवाहिरी को एमक्यू9 रीपर ड्रोन से ही अमेरिका ने निशाना बनाया था। इससे दागी गई हेलफायर मिसाइल ने जवाहिरी को मार गिराया था।
मोदी के दौरे में अमेरिका के साथ जीई कंपनी के बने एफ-414 लड़ाकू विमान के इंजन के टेक्नोलॉजी ट्रांसफर का भी समझौता होने जा रहा है। ये इंजन तेजस लड़ाकू विमानों के अगले संस्करण में इस्तेमाल किए जाएंगे। अब तक सिर्फ अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और रूस ही लड़ाकू विमान के इंजन बनाते हैं। टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के बाद भारत भी लड़ाकू विमान के इंजन बनाने वाले देशों में शामिल हो जाएगा।