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इंडिया चीन सीमा विवाद: नहीं थम रही ड्रैगन की कपटी चाल, अब पाकिस्तान में सैन्य अड्डा बनाने की कर रहा तैयारी

भारत (India) संग जारी तनाव के बीच चीन (China) दूसरे देशों में भी अपना मजबूत सैन्य ढांचा (Strong Military Structure) खड़ा करना चाहता है ताकि वह दूर रहते हुए भी जरूरत पड़ने पर अपनी सैन्य ताकत (Chinese Military Power) दिखा सके।

नई दिल्ली। चीन (China) दूसरे देशों में भी अपना मजबूत सैन्य ढांचा (Strong Military Structure) खड़ा करना चाहता है ताकि वह दूर रहते हुए भी जरूरत पड़ने पर अपनी सैन्य ताकत (Chinese Military Power) दिखा सके। चीन ने अपना सैन्य ठिकाना (Military Base) बनाने के लिए जिन देशों को चुना है, उनमें पाकिस्तान (Pakistan) भी शामिल है। ये खुलासा अमेरिकी रिपोर्ट में सामने आया है और ये खुलासा तब सामने आया है जब चीन-भारत (India-China) के संबंध तनावपूर्ण है।

India-China-relations

एक तरफ चीन भारत के साथ समझौते का नाटक कर रहा है वहीं दूसरी तरफ एलएसी पर भारत के साथ तनावपूर्ण स्थिति कायम कर रखी है। इन सबके बीच अब खबर आ रही है कि चीन पाकिस्तान में सैन्य अड्डा बनाने की फिराक में है। ये भारत के लिए चिंताजनक बात हो सकती है। हालांकि, भारत भी चीन को हर मोर्चे पर मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है। लेकिन चीन की धोकेबाजी से हर कोई वाकिफ है।

अमेरिका के रक्षा मंत्रालय यानी पेंटागन ने चीनी सेना की वर्तमान क्षमता और भविष्य की तैयारियों पर एक सालाना रिपोर्ट तैयार की है। यह रिपोर्ट पिछले हफ्ते ही जारी की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन दूसरे देशों में भी अपना मजबूत सैन्य ढांचा खड़ा करना चाहता है, ताकि वह दूर रहते हुए भी जरूरत पड़ने पर अपनी सैन्य ताकत दिखा सके। पेंटागन 20 साल से चीन की सैन्य ताकत पर यह वार्षिक रिपोर्ट जारी कर रहा है।

china pakistan

किन देशों पर है चीन की नजर

अफ्रीका के छोटे-से देश जिबूती में चीन अपना पहला विदेशी सैन्य अड्डा बना चुका है। अपनी वायुसेना, नौसेना व थल सेना की मदद के लिए अब वह कुछ अन्य देशों में सैन्य अड्डा बनाने की फिराक में है। इसके लिए चीन ने म्यांमार, थाइलैंड, सिंगापुर, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, श्रीलंका, संयुक्त अरब अमीरात, केन्या, सेशेल्स, तंजानिया, अंगोला और तजाकिस्तान जैसे देशों को चुना हुआ है।

china africa military base

इतना ही नहीं हाल ही में अमेरिका की एक पत्रिका ने बड़ा खुलासा किया है। जिसके मुताबिक LAC पर जिनपिंग के आदेश पर घुसपैठ हुई थी। आपको बता दें कि 15 जून को गलवन घाटी में हुए हिंसक टकराव में जहां 20 भारतीय सैनिक की जान गई, वहीं जवाबी कार्रवाई में चीन के कम से कम 43 सैनिक मारे गए, यह संख्या 60 भी हो सकती है। अभी मौजूदा स्थिति ये है कि पैगोंग सो झील के उत्तरी किनारे पर पीएलए ने घुसपैठ कर अड्डा जमाया है, तो उसे जवाब देने के लिए नजदीकी पहाडि़यों पर भारतीय सैनिक ने कब्जा जमा लिया।