इस्लामाबाद। पाकिस्तान को बर्बादी के कगार पर पहुंचाने का आरोप लगाकर विपक्षी दल पीएम इमरान खान की सरकार के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाए हैं। विपक्ष के इस प्रस्ताव पर तो 28 मार्च को वोटिंग होगी, लेकिन अब वहां की जनता भी इमरान खान की विदाई का इंतजार कर रही है। लोग ‘इमरान हटाओ’ के नारे लगा रहे हैं। आम लोगों का कहना है कि इमरान खान की सरकार के दौर में महंगाई के कारण वो भुखमरी का सामना कर रहे हैं और ऐसे में सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है। ऐसे में इमरान खान के लिए अब तीन मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। पहला विपक्ष, दूसरी जनता और तीसरी वहां की सेना।
अब आपको बताते हैं कि पाकिस्तान में महंगाई से किस कदर जनता परेशान है। यहां एक किलो चीनी 100 रुपए की मिल रही है। एक दर्जन अंडे की कीमत 140 रुपए से ज्यादा है। टमाटर की कीमत 80 रुपए प्रति किलो के पार है। पाकिस्तान के लोग 55 रुपए प्रति किलो के हिसाब से आलू और 52 रुपए किलो की दर से प्याज खरीद रहे हैं। दूध का एक लीटर डेढ़ सौ रुपए का है। सबसे बड़ी बात ये है कि 10 किलो आटे की कीमत 800 रुपए को छूने जा रही है। ये सारी कीमतें ऐतिहासिक स्तर पर हैं।
पाकिस्तान में फेडरल ब्यूरो ऑफ स्टेटिस्टिक्स के मुताबिक अक्टूबर 2018 से अक्टूबर 2021 तक बिजली की दरों में भी 57 फीसदी का इजाफा हुआ है। यानी आम लोगों पर हर तरह से चोट पड़ रही है और इमरान खान सिवाय भाषणबाजी के कुछ नहीं कर रहे हैं। खबर ये भी है कि पाकिस्तान की सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने इमरान खान को सत्ता छोड़ने की सलाह दी है। पाकिस्तान में ये चर्चा हो रही है कि अगर इमरान ने पद नहीं छोड़ा, तो सेना एक बार फिर तख्तापलट कर सकती है।