नई दिल्ली। पहले ही आर्थिक तंगी से बेहाल हो चुका पाकिस्तान मुश्किलों का सामना कर रहा था तो वहीं अब उसे अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने बड़ा झटका दे दिया है। दरअसल, पाकिस्तान ने आईएमएफ से एक अरब डॉलर का लोन मांगा था लेकिन IMF ने पाकिस्तान के सपने पर पानी फेर दिया। आईएमएफ को मनाने के लिए पाकिस्तान के पीएम इमरान सरकार ने बिजली और पेट्रोल-डीजल के दाम में भारी बढ़ोतरी कर दी लेकिन बावजूद इसके वो वैश्विक संस्था को संतुष्ट नहीं कर पाया। वहीं अब आईएमएफ से कर्ज नहीं मिलने के बाद पीएम इमरान खान को चीन या खाड़ी देशों के आगे एक बार फिर से मदद के लिए झोली फैलानी पड़ सकती है।
आपको बता दें, पाकिस्तान सरकार के गिड़गिड़ाने और उसकी तबाही के कगार पहुंची अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए 6 अरब डॉलर का एक्सटेंडेड फंड फैसिलिटी दिया था। जिसके तहत अगली किश्त के रूप में उसे (पाकिस्तान) एक अरब डॉलर दिया जाना था। पाकिस्तानी मीडिया की मानें तो, पाकिस्तान सरकार और आईएमएफ के बीच इस पैसे को लेकर बात नहीं बन पाई है।
पाकिस्तान में कमरतोड़ महंगाई की वजह से जीना दूभर हो गया है। पिछले साल भी पाकिस्तान में बेतहाशा महंगाई देखी गई थी। वहीं इस साल भी पाकिस्तान में महंगाई बढ़ती जा रही है। महज शहरों में ही नहीं बल्कि पाकिस्तान के गांवों में भी रोजमर्रा की चीजों के दामों में भी जबरदस्त बढ़ोतरी देखी जा रही है। आलम ये है कि पाकिस्तान के लोगों के लिए चाय का स्वाद भी अब फीका पड़ चुका है। यदि पाकिस्तान भारत से चीनी लेता तो यह उसे सस्ते में मिल जाती, लेकिन इस साल ही भारत ने आयात करने से मना कर दिया था।
पाकिस्तान के शहर रावलपिंडी में तो महंगाई ने लोगों की चाय का स्वाद भी बिगाड़ दिया है। यहां एक कप चाय की कीमत 40 रूपए हो चुकी है। इस पर पाकिस्तान के एक चायवाले ने कहा कि पहले एक कप चाय की कीमत 30 रूपए थी जो अब बढ़कर 40 रूपए हो गई है। हाल ही में चाय के दामों में एक बार फिर बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। चायपत्ती, टी बैग्स, दूध, चीनी और गैस के दामों में बढ़ोतरी के चलते पिछले कुछ समय में चाय की कीमत में 35 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है।