यरुशलम। आतंकी संगठन हमास के खिलाफ युद्धविराम के बाद एक बार फिर इजरायल ने गाजा पर हमला बोल दिया है। इजरायली विमानों की बमबारी में गाजा में अब तक और 184 लोगों के मारे जाने की खबर है। हमास के कब्जे से 240 बंधकों को रिहा कराने के लिए इजरायल ने पहले कतर की मध्यस्थता में 4 दिन के युद्धविराम को मंजूरी दी थी। इस युद्धविराम को और 3 दिन के लिए बढ़ाया गया था। इस युद्धविराम के दौरान भी हमास ने सभी बंधक नहीं छोड़े। इसके बाद इजरायल ने हमास पर युद्धविराम की शर्त तोड़ने का आरोप लगाया। अमेरिका ने भी कहा है कि हमास की तरफ से युद्धविराम की शर्त तोड़ने के कारण ही इजरायल ने एक बार फिर हमला शुरू किया है।
दुबई में अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने मीडिया से कहा कि हमने देखा है कि कुछ इलाकों से इजरायल की सेना निकल गई है। इससे साफ है कि गाजा में फिलिस्तीनी नागरिक सुरक्षित इलाकों में रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि युद्धविराम खत्म होने का मतलब ही है कि हमास ने इसकी शर्त तोड़ दी है। अमेरिका के विदेश मंत्री ने कहा कि ये जानना जरूरी है कि युद्धविराम खत्म क्यों हुआ। हमास अपने वादे से मुकर गया। हमास ने युद्धविराम के दौरान यरुशलम में हमला कर इजरायल के 3 लोगों की हत्या कर दी। हमले में अमेरिकी नागरिक समेत कई घायल हुए हैं। इसके अलावा इजरायल पर रॉकेट भी दागे गए। एंटनी ब्लिंकेन ने कहा कि क्षेत्र में शांति स्थापना के लिए अमेरिका का समर्थन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका का लक्ष्य बंधकों को हमास के कब्जे से रिहा कराना है।
एंटनी ब्लिंकेन ने कहा कि बंधकों को उनके परिवार तक पहुंचाने के लिए सभी कोशिश की जाएगी। उन्होंने कहा कि सात दिन में जो भी बंधक रिहा हुए, वे अपने परिवारों से मिल चुके हैं। अमेरिका के विदेश मंत्री ने ये भी कहा कि 7 अक्टूबर को जिस तरह इजरायल पर हमास का आतंकी हमला हुआ, वैसा फिर से न हो इसकी कोशिश है। एंटनी ब्लिंकेन के ताजा बयान से साफ है कि हमास के खिलाफ इजरायल की सैन्य कार्रवाई आने वाले दिनों में और तेज होगी। युद्धविराम पर भी ग्रहण लगने की वजह साफ हो गई है।