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पाकिस्तान की सड़कों पर शियाओं के खिलाफ उतरे सुन्नी, बोले- ये काफिर है, इन्हें जान से…

पाकिस्तान (Pakistan) में सुन्नी (sunni) और शिया (Shia) समुदाय के मुसलमानों के बीच विवाद लगातार बढ़ता ही जा रहा है। यहां आतंकी संगठन सिपाह-ए-सहाबा पाकिस्तान की अपील के बाद सुन्नी समुदाय के हजारों लोग शिया मुसलमानों के खिलाफ सड़क पर उतर आए।

नई दिल्ली। पाकिस्तान (Pakistan) में सुन्नी (sunni) और शिया (Shia) समुदाय के मुसलमानों के बीच विवाद लगातार बढ़ता ही जा रहा है। यहां आतंकी संगठन सिपाह-ए-सहाबा पाकिस्तान की अपील के बाद सुन्नी समुदाय के हजारों लोग शिया मुसलमानों के खिलाफ सड़क पर उतर आए। प्रदर्शन में शिया मुसलमानों को काफिक कहा गया। उन्हें मारने की धमकी देने वाले नारे लगाए गए।

pakistan shia protest

बीते दिन पाकिस्तान के कराची में हजारों लोग शिया-विरोधी प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतर आए। इसके साथ ही देश में दंगों की आशंका पैदा होने लगी है। सोशल मीडिया पर पहले से ही प्रदर्शन की चर्चा तेज है। लोग पोस्ट, फोटो और वीडियो शेयर कर रहे हैं। रैली के दौरान लोगों ने शिया समुदाय के खिलाफ ‘शिया काफिर हैं’ जैसे नारे लगाए। इतना ही नहीं, उन्हें मारने की धमकी देने वाले नारे भी लगाए गए। साथ ही उन्होंने मुहर्रम के जुलूस पर बैन लगाने की भी मांग की।

दरअसल, पिछले महीने मुहर्रम पर आशूरा जुलूस का टीवी चैनल पर प्रसारण किया गया। आरोप है कि शिया धर्म गुरुओं ने इस्लाम के खिलाफ कमेंट किया। इसके बाद देश में कई शिया मुस्लिमों पर धार्मिक पुस्तकों को पढ़ने और आशूरा जुलूस में हिस्सा लेने के लिए हमला किया। शिया नेताओं के टीवी पर इस्लाम के खिलाफ बयान दिया था। जिसके बाद से विरोध प्रदर्शन जारी हैं।

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बता दें कि पाकिस्तान में शिया समुदाय की आबादी 20 फीसदी है। 20वीं सदी के मध्य से शिया समुदाय के लोग सुन्नी चरमपंथी समूहों अहले-सुन्नत वल जमात, लश्कर-ए-जंघवी, सिपाह-ए-सहावा पाकिस्तान के हमलों का निशाना बन रहे हैं। ये सभी संगठन ईशनिंदा को लेकर शिया समुदाय के लोगों को निशाना बनाते रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान में पिछले 5 सालों में शिया मुसलमानों के खिलाफ हिंसा काफी बढ़ गई है। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में शिया मुसलमानों की हत्या कर दी गई। हत्या करने के बाद हत्यारे खून से ही शियाओं के घर के बाहर ”शिया काफिर हैं” भी लिखते हैं।