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सामने आई पाक NGOs की काली करतूत, भारत की मदद के नाम पर बटोरे करोड़ों रुपए, अब कर रहा आतंकियों को फंडिंग

Pak NGOs Exposed: 1967 में स्थापित ‘इमाना- इस्लामिक मेडिकल एसोसिएशन’ अमेरिका के इलिनोइस में कार्यरत है। इसके अध्यक्ष डॉ. इस्माइल मेहर हैं। मुख्य रूप से इन्हीं ने ‘हेल्प इंडिया ब्रीद’ की योजना बनाई थी।

नई दिल्ली। पाकिस्तान से संबंध रखने वाले कुछ NGOs का ऐसा चरित्र सामने आया है जो मानवता के लिए कार्य करने वालों पर कालिख पोत रहा है। बता दें कि भारत में कोरोना की दूसरी लहर के चलते बने हालात को देखते हुए पाक NGOs ने मौके का फायदा उठाया। इसको लेकर उन्होंने भारत की मदद के नाम पर विदेशों से खूब पैसे इकट्ठे किए, लेकिन बाद में इन पैसों का इस्तेमाल आतंकी फंडिंग को लेकर होने की आशंका जताई गई है। गौरतलब है कि कोरोना संकट के दौरान अमेरिका में पाकिस्तान से जुड़े चैरिटी संगठनों ने भारत की मदद के नाम पर करोड़ों डॉलर जुटाए। हालांकि, एक रिपोर्ट में सामने आया है कि इस धनराशि का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के संचालन और सरकार के खिलाफ होने वाले प्रदर्शनों के आयोजन में किए जाने की आशंका जताई गई है। बता दें कि ‘दिसइंफो लैब’ ने इस रिपोर्ट में दावा किया है कि कोविड-19 की आड़ में पाकिस्तान से जुड़े चैरिटी संगठनों ने मानव इतिहास के सबसे बड़े घोटालों में से एक को अंजाम दिया।

उन्होंने ‘हेल्प इंडिया ब्रीद’ अभियान के तहत दूसरी लहर से जूझ रहे भारत में वेंटिलेटर, मेडिकल ऑक्सीजन और टीका सहित अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता बढ़ाने को आर्थिक सहयोग देने की अपील की। दुनियाभर में भारत की अच्छी छवि का फायदा उठाते हुए बड़े पैमाने पर लोगों ने अच्छी-खासी रकम भी इन पाक NGOs को दान की। हालांकि, अब दान लेने वाले संगठनों के पाकिस्तानी फौज की शह में चलाए जा रहे आतंकी गुटों से गहरे रिश्ते होने की बात सामने आई है। अब ऐसे में माना जा रहा है कि चैरिटी के नाम पर जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल विरोध-प्रदर्शनों और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किया जा सकता है।

Imana NGO

जिन संगठनों ने पैसे जुटाए, उनमें ‘इमाना’ यानी इस्लामिक मेडिकल एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका भी शामिल है। मालूम हो कि इमाना ने 27 अप्रैल 2021 को इंस्टाग्राम पर ‘#हेल्पइंडियाब्रीद’ नाम से अभियान शुरू किया थ। जिसके जरिए शुरुआती दौर में 1.8 करोड़ डॉलर जुटाने का लक्ष्य रखा गया था। हालांकि, उसने बटोरी गई रकम का न तो खुलासा किया, न ही यह बताया कि संबंधित राशि कब किस उद्देश्य से खर्च की गई। अमेरिका स्थित अन्य पाकिस्तानी चैरिटी संगठनों का भी यही हाल है।

Coronavirus

बता दें कि 1967 में स्थापित ‘इमाना- इस्लामिक मेडिकल एसोसिएशन’ अमेरिका के इलिनोइस में कार्यरत है। इसके अध्यक्ष डॉ. इस्माइल मेहर हैं। मुख्य रूप से इन्हीं ने ‘हेल्प इंडिया ब्रीद’ की योजना बनाई थी। यहां ध्यान देने वाली बात है कि इमाना का कहीं भी कोई दफ्तर और ब्रांड नहीं है। इसलिए इसे चंदा जुटाने से नहीं रोका जा सका।