नई दिल्ली। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों का जीना नर्क से बदतर बना हुआ है। वहां आए दिन जबरन धर्म परिवर्तन की खबरें सामने आती रहती हैं। इसके अलावा मंदिरों में होने वाली तोड़फोड़ की खबरें भी सामने आती रहती हैं लेकिन वहां की इमरान खान सरकार खामोश तमाशा देखती रहती है। बता दें कि पाकिस्तान के कराची में एक बच्चे पर पैगंबर की ईशनिंदा के आरोप लगाककर कट्टरपंथियों ने एक प्राचीन मंदिर में जमकर तोड़फोड़ की। यह घटना ल्यारी इलाके में हुई जिसमें कट्टरपंथियों की भीड़ ने पहले हिंदुओं पर ईशनिंदा का आरोप लगाया और फिर बाद में कुछ लोगों ने प्राचीन मंदिर में तोड़फोड़ की। इस दौरान कट्टरपंथियों ने मंदिर में रखी भगवान गणेश और शिवजी की मूर्तियों को भी तोड़ दिया। कट्टरपंथियों ने बिना किसी सबूत के हिंदू बच्चे पर ईशनिंदा का आरोप लगाया था। स्थानीय हिंदू समुदाय का आरोप है कि उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि यह मंदिर कराची के भीमपुरा इलाके के ली मार्केट में स्थित था। यही नहीं मंदिर के अंदर लगी भगवान की तस्वीरों को भी फाड़ दिया गया। इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों का जमकर गुस्सा निकल रहा है। लोग पाकिस्तान को कोस रहे हैं। उनका कहना है कि, पाकिस्तान दुनियाभर में मुस्लिमों के अधिकारों की बहुत चिंता करता है लेकिन खुद के अल्पसंख्यक नागरिकों की कोई परवाह नहीं करता।
They are killing their own roots. For them ‘Day of Reckoning’ cannot come soon enough. Given a free hand they will annihilate themselves. Their masters have no interest in them. For them, these converts are no more than guinea pigs in the experiment.
— Pravesh Prasher (@praveshprasher) November 2, 2020
They think that they can force people to respect their religion and stop them to criticize by Beheading and terror. This is not 6th century Sir. You can get only Respect if you give respect to others.
— Rahat Austin (@johnaustin47) November 2, 2020
@munir_amerr another peaceful desecration
— The Resilience (@Resilience108) November 2, 2020
@MHKhalid51 abh 2 ,3 temple bache hongeh…1000 say jada toh todh diye
— Anand आनंद آنند (@fuddy_duddy4) November 2, 2020
@UNHumanRights jhak maarne ke liye baithe ho Kya?@ImranKhanPTI shame on you@AlJazeera @VOANews @dwnews @BBCHindi
— ॐAk ash (@Thendipayyan) November 2, 2020
पिछले 20 दिनों में हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की तीसरी घटना है। बता दें कि कराची की घटना से पहले सिंध प्रांत के थारपारकर जिले में स्थित नागारपारकर में धार्मिक अतिवादियों ने दुर्गा माता की मूर्ति को तोड़ दिया था। इन हमलावरों ने मंदिर में जमकर उत्पात मचाया और नुकसान भी किया।
मंदिर के पुजारी ने बताया कि आधी रात को कुछ अज्ञात लोग मंदिर परिसर में घुसे। इसके बाद उन्होंने दरवाजे को बंद कर मूर्ति को तोड़ दिया। उन्होंने जाते-जाते मंदिर को भी नुकसान पहुंचाया। अभी तक हमलावरों के खिलाफ पुलिस ने भी कोई कार्रवाई नहीं की है।
यही नहीं 20 दिन पहले भी सिंध प्रांत के बादिन जिले में एक मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी। पाकिस्तानी मीडिया एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, इस मामले में शिकायतकर्ता अशोक कुमार ने आरोप लगाया था कि मंदिर में तोड़फोड़ मुहम्मद इस्माइल उर्फ चट्टो शीदी ने की थी। जिसके बाद पाकिस्तान पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी थी।