newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

कोरोना से बेहाल हुआ पाकिस्तान, लॉकडाउन में छूट देते ही 24 घंटे में हुई इतनी मौतें

विशेषज्ञों को डर है कि लॉकडाउन में दी गई छूट के कारण कोरोना के मामलों की संख्या में और वृद्धि होगी, विशेष रूप से रमजान के महीने के दौरान इफ्तार व सेहरी के लिए जुटने वाली भीड़ घातक वायरस के फैलने का मुख्य कारण बन सकती है।

नई दिल्ली। कोरोना से पूरी दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है, पड़ोसी देश पाकिस्तान इससे जूझ रहा है। एक तो कोरोना से पहले ही पाकिस्तान की आर्थिक हालत खराब थी, उसपर कोरोना का संकट पाक की कमर तोड़ रहा है। कोरोनावायरस से पाकिस्तान में मरीजों की संख्या में तब और वृद्धि देखने को मिली जब वहां की सरकार द्वारा लॉकडाउन में ढील देने की घोषणा की गई जिसके कुछ दिनों बाद ही कोरोना के मामलों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी देखने को मिली।

Coronavirus Pakistan

पाकिस्तान में पिछले 24 घंटों में कोरोनावायरस के 627 नए मामले सामने आए हैं, जबकि इस दौरान 23 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। पाकिस्तान में अब कोरोना के कुल 7027 मामले हो गए हैं, वहीं इस घातक वायरस की चपेट में आकर 134 लोगों की मौत हो चुकी है।

डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, विशेषज्ञों को डर है कि लॉकडाउन में दी गई छूट के कारण कोरोना के मामलों की संख्या में और वृद्धि होगी, विशेष रूप से रमजान के महीने के दौरान इफ्तार व सेहरी के लिए जुटने वाली भीड़ घातक वायरस के फैलने का मुख्य कारण बन सकती है।


राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय (एनएचएस) के एक अधिकारी ने कहा कि पिछले 24 घंटों के दौरान पहली बार 5,300 परीक्षण किए गए हैं। जबकि इससे पहले सामान्य तौर पर लगभग 2400 परीक्षण ही किए जा रहे थे। उन्होंने बताया कि इस अवधि के दौरान पुष्टि किए गए आधे मामले उन लोगों में पाए गए, जिन्होंने पंजाब प्रांत के रायविंड शहर में तबलीगी के कार्यक्रम में भाग लिया था।

paksitan lockdown
हालांकि स्वास्थ्य मामलों पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक जफर मिर्जा ने डॉन न्यूज से बात करते हुए कहा कि मामलों की संख्या को लॉकडाउन में दी गई छूट से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। उन्होंने कहा, वास्तव में एकांतवास में बहुत सारे लोग थे और कभी-कभी ऐसा होता है, जब बहुत सारे परीक्षण किए जाते हैं। सात अप्रैल को इसी तरह की वृद्धि देखी गई थी, जब 24 घंटों के अंदर लगभग 700 मामले दर्ज किए गए थे। मिर्जा ने कहा, दूसरी बात यह है कि हमने 24 घंटे में 3,000 लोगों की तुलना में 5,300 लोगों का परीक्षण किया है, जिसके कारण मामलों की संख्या भी दोगुनी हो गई है।