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बांग्लादेश में PM मोदी ने जिस जशोरेश्वरी काली मंदिर में की पूजा, जरा उसके महत्व को जान लीजिए

Jeshoreshwari Kali Temple: प्रधानमंत्री मोदी ने इस मंदिर में पूजा-अर्चना के दौरान मां काली को मुकुट पहनाया, उनके चरणों में साड़ी भेंट की। इसके बाद उन्होंने मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना की।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 मार्च को बांग्लादेश के दो दिवसीय दौर पर गए हैं। ऐसे में इस दौरे के दूसरे दिन यानी 27 मार्च को पीएम मोदी ने बांग्लादेश के सतखीरा में स्थित मशहूर जशोरेश्वरी काली मंदिर में पूजा-अर्चना की। बता दें कि इस मंदिर को भारत की नजर से देखें तो इसका महत्व काफी बढ़ जाता है। दरअसल यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। इसे सुगंधा शक्तिपीठ कहा जाता है। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस मंदिर में पूजा-अर्चना के दौरान मां काली को मुकुट पहनाया, उनके चरणों में साड़ी भेंट की। इसके बाद उन्होंने मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना की। गौरतलब है कि इस मंदिर का भी बंगाल से गहरा नाता रहा है। पीएम मोदी का इस मंदिर जाना, वो भी तब जब बंगाल में पहले चरण का चुनाव चल रहा हो, ऐसे में यह दौरा काफी अहम हो जाता है। वोटिंग के वक्त मोदी का बंगाल से सटे बांग्लादेश में रहना एक पॉलिटिकल मैसेज दे सकता है।

मंदिर के बारे में 

वहीं इस मंदिर के महत्व की बात करें तो बताया जाता है, जिस जगह पर यह मंदिर स्थित है, वहीं देवी सती की हथेलियां गिरी थी। यह 51 शक्तिपीठों में से एक है। बाद में इस जगह पर एक ब्राह्मण ने मंदिर का निर्माण करवाया था। ये मंदिर करीब 400 साल पुराना बताया जाता है।

बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी आज ढाका से डेढ़ सौ किलोमीटर दूर ओरकांडी जाएंगे जहां मतुआ समाज का सबसे बड़ा धाम है। मतुआ महासंघ के संस्थापक हरिचंद ठाकुर का मंदिर है।बांग्लादेश में मोदी की मतुआ मंदिर की यात्रा की पूरे देश में चर्चा हो रही है, उनके इस दौरे का बंगाल इलेक्शन से डायरेक्ट कनेक्शन है।