कैलिफोर्निया। कनाडा के बाद अब अमेरिका में भी खालिस्तानी आतंकियों और उनके समर्थकों के हौसले लगातार बुलंद होते दिख रहे हैं। दोनों देश की सरकारें इन खालिस्तानी तत्वों पर नकेल नहीं कस रही हैं। जिसकी वजह से खालिस्तानी आतंकी कभी भारत के दूतावास और उच्चायोग को और कभी हिंदू मंदिरों को निशाना बनाते हैं। ऐसी ही ताजा घटना अमेरिका के कैलिफोर्निया में हुई है। कैलिफोर्निया के नेवार्क में खालिस्तानी तत्वों ने स्वामीनारायण मंदिर को इस बार निशाना बनाया। हिंदू-अमेरिकन फाउंडेशन ने सोशल मीडिया के जरिए ये जानकारी दी है। हिंदू-अमेरिका फाउंडेशन के मुताबिक नेवार्क के स्वामीनारायण मंदिर वसाना संस्था की दीवारों पर खालिस्तानी तत्वों ने नारे लिखे। इन नारों में जरनैल सिंह भिंडरावाला के लिए जिंदाबाद और पीएम नरेंद्र मोदी को आतंकवादी बताया गया है।
#Breaking: Swaminarayan Mandir Vasana Sanstha in Newark, California was defaced with pro-#Khalistan slogans.@NewarkCA_Police and @CivilRights have been informed and full investigation will follow.
We are insisting that this should be investigated as a hate crime. pic.twitter.com/QHeEVWrkDj
— Hindu American Foundation (@HinduAmerican) December 22, 2023
हिंदू-अमेरिकन फाउंडेशन ने स्वामीनारायण मंदिर की दीवारों पर खालिस्तानी नारे लिखे जाने पर चिंता जताई है। फाउंडेशन ने इस मामले की जांच हेट क्राइम की धाराओं के तहत करने की मांग भी की है। हिंदू-अमेरिकन फाउंडेशन ने स्वामीनारायण मंदिर की दीवारों पर खालिस्तानी नारे लिखे जाने की जानकारी नेवार्क की पुलिस के अलावा वहां के सिविल राइट्स संबंधी अफसरों को भी दी है। बता दें कि अमेरिका के पड़ोसी देश कनाडा में भी खालिस्तानी तत्वों ने कई बार अलग-अलग मंदिरों को निशाना बनाया है। इन मंदिरों की दीवारों पर खालिस्तानी नारे लिखे गए। बीते दिनों ही कनाडा के सर्रे शहर में एक मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी और आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के फोटो वाले जनमत संग्रह के पोस्टर भी चिपकाए गए थे।
कनाडा और अमेरिका में खालिस्तानी तत्वों ने भारतीय दूतावास और उच्चायोग को भी निशाना बनाया था। अमेरिका में तो एफबीआई ने इस मामले में जांच शुरू की है, लेकिन कनाडा में तो जस्टिन ट्रूडो की सरकार इन खालिस्तानी तत्वों पर कोई कार्रवाई करती भी नहीं दिखती। अमेरिका मे भी खालिस्तानी तत्वों पर कोई सख्त कार्रवाई अब तक नहीं हुई है। ऐसे में खालिस्तानी आतंकियों और उनके समर्थकों के हौसले लगातार बुलंद होते जा रहे हैं। खास बात ये कि भारत ने हमेशा ऐसे तत्वों पर लगाम करने का अनुरोध अमेरिका और कनाडा से किया है, लेकिन फिर भी दोनों देश कोई ठोस कदम नहीं उठाते दिखे हैं।