असदाबाद। तालिबान अपने वादे लगातार तोड़ता हुआ अफगानिस्तान में खूनखराबा करने पर उतारू हो गया है। देश के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आज उसने कुनार प्रांत की राजधानी असदाबाद में रैली निकाल रही भीड़ पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इससे साफ हो गया है कि बदली हुई छवि की दुहाई दे रहे तालिबान का इरादा 1990 की तरह अफगानिस्तान की जनता में खौफ पैदा करना है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने खबर दी है कि असदाबाद में लोग अफगानिस्तान का झंडा लेकर सड़क पर मार्च करते हुए निकले। उसी दौरान तालिबान वहां पहुंचे और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इससे वहां भगदड़ मच गई। एक व्यक्ति के हवाले से न्यूज एजेंसी ने बताया कि कई लोग यहां मारे गए। जबकि, तमाम घायल हुए हैं। खबर लिखे जाने तक तालिबान की तरफ से इस घटना पर कोई बयान जारी नहीं किया गया है।
इससे पहले काबुल एयरपोर्ट पर बीती रात भीड़ पर फायरिंग का वीडियो सामने आया था। उस वीडियो में गोलियों की आवाज के बीच बच्चों को लेकर भागती और चीखती महिलाएं दिख रही थीं। बुधवार को जलालाबाद में भी प्रदर्शन कर रहे लोगों पर तालिबान ने बेवजह फायरिंग कर दी थी। इसमें भी कई लोग मारे गए थे।
तालिबान ने 15 अगस्त को काबुल पर कब्जा कर लिया था। जिसके बाद उसने आम लोगों को न सताने की बात कही थी, लेकिन तभी से फायरिंग की कई घटनाएं ये आतंकी संगठन कर चुका है। ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि तालिबान की वापसी फिर अफगानिस्तान को पुराने दौर में ले जाने के लिए हुई है।