नई दिल्ली। शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने नई क्रेडिट पॉलिसी का ऐलान किया है। वित्त मंत्री निर्मला निर्मला सीतारमण के आम बजट के बाद उम्मीद लगाए बैठे मिडिल क्लास को एक बार फिर निराशा हाथ लगी है। दरअसल रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। रेपो रेट 4 प्रतिशत पर अभी भी बरकरार है। मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक के बाद आरबीआई ने शुक्रवार को ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसका ऐलान किया है। आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति यानी एमपीसी की बैठक मैं लिए गए फैसलों की घोषणा करते हुए दास ने कहा कि देश की आर्थिक विकास की संभावनाओं में काफी सुधार हुआ है और महंगाई दर 6 फीसदी के नीचे आई है। उन्होंने कहा कि महंगाई दर 4 फीसदी के बैंड के नीचे लौट चुकी है।
शक्तिकांत दास ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने एकमत से बिना किसी बदलाव के रेपो रेट 4% रखने के लिए वोट किया। आरबीआई गवर्नर ने 2021-22 में देश की आर्थिक विकास दर यानी जीडीपी वृद्धि दर 10.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है।
2021-22 में जीडीपी ग्रोथ 10.5 प्रतिशत रहने का अनुमान हैःशक्तिकांत दास, भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर pic.twitter.com/ronTgSLp4K
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 5, 2021
उन्होंने कहा कि 2020 में हमारे सामथ्र्य की परीक्षा हुई और 2021 में नए आर्थिक युग का निर्माण हो रहा है। बता दें कि रेपो रेट वो रेट है जिस पर बैंक भारतीय रिजर्व बैंक से कर्ज लेते हैं। बैंक इस लोन पर आरबीआई को जिस दर पर ब्याज चुकाते हैं, उसे रेपो रेट कहा जाता है।