newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

खुशखबरीः डॉक्टरों ने माना इस थैरेपी से कोरोना के मरीजों का इलाज संभव

कोरोनावायरस से ठीक हो चुके मरीज के ब्लड प्लाज्मा से नए मरीजों के इलाज में मदद मिली है।

नई दिल्ली। विश्वभर में कोरोना कोहराम मचा रहा है मगर अब कोरोना के इलाज में उम्मीद की एक नई किरण दिख रही है। हाल ही में इस बीमारी से ठीक हो चुके मरीज के ब्लड प्लाज्मा से नए मरीजों के इलाज में मदद मिली है।

इससे जुड़े केसों में चीन में देखा गया है कि कोरोना के गंभीर मरीजों को यह प्लाज्मा दिए जाने के 72 घंटे में ही उनके लक्षण खत्म होने लगे और हालत में सुधार भी हुआ। ब्रिटेन और अमेरिका में भी ठीक हो चुके कोरोना मरीजों के खून से इलाज के अच्छे परिणाम सामने आए हैं। जिसके बाद एक नई आशा नजर आ रही है।

गौरतलब है कि कोविड-19 से उबरे मरीजों के प्लाज्मा में वह एंटीबॉडीज पाए जाते हैं, जो इस वायरस के सफाये के लिए उनकी इम्युनिटी के लिए बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। इसको बीमारियों से लड़ने वाली कान्वलेसंट प्लाज्मा थैरेपी के रूप में जाना जाता है।

बता दें इस थैरेपी का इस्तेमाल पहली बार एक शताब्दी पहले 1918 में स्पैनिश फ्लू महामारी के समय किया गया था। कोरोना संकट काल में यह थैरेपी जीवन रक्षक साबित हो रही है और एक छोटे समूह पर किए प्रयोग में इसका कोई गंभीर साइड इफेक्ट भी नहीं देखा गया है। ये खबर कोरोना से जूझ रहे देशों के लिए किसी खुशखबरी से कम नहीं है।