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Ukraine Crisis: यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने में भारत सबसे आगे, अमेरिका समेत पश्चिमी देश निकले फिसड्डी

मोदी सरकार की सफल कूटनीति का ही नतीजा है कि यूक्रेन के पड़ोसी देश रोमानिया, स्लोवाकिया, हंगरी, पोलैंड और मोल्दोवा ने अपनी सीमा से होकर भारतीयों की वतन वापसी के दरवाजे खोल दिए हैं। ये सभी देश अपने यहां भारतीयों के प्रवेश पर कोई वीजा फीस भी नहीं ले रहे हैं।

नई दिल्ली। यूक्रेन पर रूसी हमले के बीच मोदी सरकार के ऑपरेशन गंगा के तहत वहां फंसे भारतीय  नागरिकों को निकालने का काम तेजी से चल रहा है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ट्वीट कर बताया कि भारत के लिए रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से नौवीं उड़ान आ रही है। इस उड़ाने से 218 भारतीय लाए जा रहे हैं। वहीं, हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से भी 216 भारतीय नागरिकों को लेकर 8वीं उड़ान दिल्ली के लिए चली। बुखारेस्ट से इससे पहले 7वीं उड़ान से 182 भारतीय भी लाए गए। बता दें कि यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां फंसे भारतीय छात्रों और नागरिकों को निकालने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने बैठक कर ऑपरेशन गंगा चलाने का आदेश दिया था। जिसके बाद से ही सरकार ने एयर इंडिया के विमानों को चार्टर किया और सभी भारतीयों को मुफ्त में लाया जा रहा है। खास बात ये है कि यूक्रेन से अपने नागरिकों को निकालने का काम सिर्फ भारत कर रहा है। अमेरिका और अन्य देशों ने इस मामले में हाथ खड़े कर अपने नागरिकों को खुद से वहां से आने के लिए कह दिया है।

विदेश मंत्री ने कहा है कि यूक्रेन में फंसे हर एक भारतीय को हर हाल में वापस लाया जाएगा। तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन को भी जयशंकर ने आश्वासन दिया है कि वहां के मूल निवासी भी यूक्रेन से लाए जाएंगे। स्टालिन ने ममोदी सरकार से राज्य के लोगों को यूक्रेन से निकालने की अपील की थी। यूक्रेन में तमिलनाडु के भी 5000 छात्र हैं। वे वहां प्रोफेशनल कोर्स मसलन मेडिकल की पढ़ाई करने गए थे। यूक्रेन पर रूस ने 24 फरवरी को हमला बोला था। अब तक की जानकारी के मुताबिक करीब 8 हजार भारतीयों को यूक्रेन से निकालने में मोदी सरकार सफल हुई है और इनमें से ज्यादातर को वतन भी ले आई है। आने वाले वक्त में विमानों की संख्या को ज्यादा कर सरकार इस काम को तेजी से करना चाहती है। यूक्रेन में करीब 18000 भारतीय रहते हैं।

 

मोदी सरकार की सफल कूटनीति का ही नतीजा है कि यूक्रेन के पड़ोसी देश रोमानिया, स्लोवाकिया, हंगरी, पोलैंड और मोल्दोवा ने अपनी सीमा से होकर भारतीयों की वतन वापसी के दरवाजे खोल दिए हैं। ये सभी देश अपने यहां भारतीयों के प्रवेश पर कोई वीजा फीस भी नहीं ले रहे हैं। पीएम मोदी ने बीती रात रोमानिया और स्लोवाकिया के पीएम से बातचीत के दौरान इस वास्ते उनका आभार भी जताया था। माना जा रहा है कि जल्दी ही मोल्दोवा के रास्ते भी भारतीयों को निकालने का काम शुरू होगा।