नई दिल्ली। महाराष्ट्र में ताजा राजनीतिक घटनाक्रम और एनसीपी में हुई बगावत के बाद अचानक विपक्षी दलों की बेंगलुरु में होने वाली बैठक स्थगित कर दी गई है। बेंगलुरु में 13 और 14 जुलाई को विपक्षी दल दूसरी बैठक करने वाले थे। इससे पहले विपक्षी दलों ने पटना में बैठक की थी। बैठक स्थगित होने की जानकारी जेडीयू के नेता केसी त्यागी ने दी। त्यागी ने कहा कि संसद का मॉनसून सत्र खत्म होने के बाद विपक्षी दलों की बैठक के लिए तारीख तय होने की उम्मीद है। संसद का मॉनसून सत्र 20 जुलाई से है। वहीं, बिहार में विधानसभा का मॉनसून सत्र 10 से 24 जुलाई तक होना है। नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव विधानसभा सत्र में व्यस्त रहेंगे।
सूत्रों का कहना है कि जेडीयू की तरफ से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से आग्रह किया गया था कि ऐसे में विपक्षी दलों की बैठक को टाल दिया जाए। इससे पहले खबर थी कि 10 जुलाई को हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में विपक्षी दलों की बैठक होगी, लेकिन शरद पवार ने कहा था कि बैठक 13 और 14 जुलाई को बेंगलुरु में होगी, क्योंकि अभी मॉनसून है और शिमला में काफी बारिश हो रही है। अब एनसीपी में अजित पवार की बगावत के बाद विपक्षी दलों की बैठक स्थगित होने से कई तरह की अटकलें लग रही हैं।
पटना में इससे पहले जब विपक्षी दलों की बैठक हुई थी, तो उसमें एक साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने पर पार्टियों में आम सहमति बनती दिखी थी। हालांकि, उस बैठक में टीएमसी सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कांग्रेस और सीपीएम पर उनके खिलाफ काम करने का आरोप लगाया था। वहीं, अरविंद केजरीवाल ने साफ कहा था कि अगर कांग्रेस ने संसद में दिल्ली संबंधी मोदी सरकार के अध्यादेश का विरोध करने पर फैसला न लिया, तो वो विपक्ष की दूसरी बैठक में कतई शामिल नहीं होंगे।