नई दिल्ली। अतीक-अशरफ की मौत के बाद लगातार पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। विपक्षियों द्वारा पूछा जा रहा है कि आखिर पुलिस ने आरोपियों पर जवाबी फायरिंग क्यों नहीं की? तो पुलिस की तरफ से कानून का हवाला देकर कहा जा रहा है कि जब आरोपी सरेंडर कर देते हैं, तो उस पर फायरिंग करने का कोई मतलब नहीं बनता है, लेकिन जिस तरह से बीते दिनों अतीक और अशरफ को पुलिस अभिरक्षा में पत्रकारों के भेष में आए तीनों आरोपियों ने 16 राउंड फाय़रिंग कर मौत के घाट उतार दिया, उसके बाद से लगातार योगी सरकार पर सवालिया निशाना खड़े हो रहे हैं।
हालांकि, बीते दिनों इस पूरे मामले की जांच के लिए सरकार की तरफ से तीन सदस्यीय आयोग का गठन किया गया, जिन्हें मामले की जांच के लिए तीन माह की मियाद दी गई है। उधर, गत दिनों पूरे मामले की तफ्तीश के लिए एसआईटी का भी गठन किया गया है। वहीं, अब इस पूरे मामले में कोताही बरतने वाले शाहगंज थाने के पांच पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है। इन सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, इससे पहले मामले में कोताही बरतने के आरोप में 14 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था। मामले की जांच जारी है। ऐसे में माना जा रहा है कि आगामी दिनों में कई पुलिसकर्मी कार्रवाई की जद में आ सकते हैं। बहरहाल, अब आगामी दिनों में इस पूरे मामले में क्या कुछ कार्रवाई होती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।
गौरतलब है कि बीते दिनों प्रयागराज स्थित काल्विन अस्पताल के बाहर अतीक और अशरफ की तीनों आरोपियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हालांकि, बाद में तीनों आरोपियों ने मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों को सरेंडर कर दिया था। इसके बाद तीनों आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। वहीं, अब आरोपियों को 4 दिनों की पुलिस रिमांड पर भी भेज दिया गया है, जहां इनसे कड़ाई से पूछताछ की जाएगी। हालांकि, इससे पहले शुरुआती पूछताछ में तीनों आरोपियों ने एक-दूसरे को पहचानने से साफ इनकार कर दिया था।
इतना ही नहीं, तीनों द्वारा दिए गए बयानों में भी विरोधाभाष नजर आ रहा है, जिससे यह साफ जाहिर है कि इस पूरे मामले में कोई तीसरा शख्स भी शामिल है, जिसकी पुलिस की तलाश है। ध्यान रहे कि तीनों ही आरोपियों के पास से विदेश में निर्मित हथियार भी बरामद किए गए हैं और ये ऐसे हथियार हैं, जिनकी आपूर्ति भारत अवैध में है, लेकिन कुछ भी मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि इन हथियार की आपूर्ति अभी–भी पाकिस्तान के रास्ते में भारत में होती है। बहरहाल, अब मामले की जांच जारी है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।