कोलकाता। शिक्षक भर्ती घोटाले के तार ममता बनर्जी की सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी से तो जुड़ ही रहे हैं, उनकी सरकार के कई और चेहरे भी इस घोटाले की जद में आ सकते हैं। इसकी वजह एक काली डायरी है। डायरी के 40 पन्नों में ये राज छिपे हैं कि शिक्षक भर्ती घोटाले की मलाई किस-किसने खाई। ये डायरी प्रवर्तन निदेशालय ED ने पार्थ की करीबी एक्टर अर्पिता मुखर्जी के घर से जब्त की है। ये डायरी पश्चिम बंगाल सरकार के department of higher education and school education की है। इस डायरी में काफी कुछ लिखा हुआ है। ईडी सूत्रों के मुताबिक यह डायरी एसएससी घोटाले की कई परतें खोल सकती है।
ईडी ने बीते शनिवार को अर्पिता मुखर्जी के यहां छापा मारा था। उनके फ्लैट से 21 करोड़ रुपए के अलावा बड़ी संख्या में विदेशी करेंसी और जेवरात मिले थे। अर्पिता को इसके बाद ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था। अर्पिता ने आरोप लगाया था कि सब बीजेपी की साजिश है। अर्पिता के यहां करेंसी की बरामदगी के बाद ईडी ने ममता के मंत्री पार्थ चटर्जी के यहां छापा मारा था। उनसे लंबी पूछताछ की थी। जिसमें सहयोग न करने पर पार्थ को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। अब पार्थ और अर्पिता को कोर्ट ने 10 दिन के लिए ईडी की रिमांड पर दे दिया है।
ममता ने कल ही इस मामले में सीधे तौर पर पल्ला झाड़ लिया था। एक कार्यक्रम में ममता ने कहा था कि गड़बड़ी और अपराध करने वालों के साथ वो खड़ी नहीं हैं। वहीं, बीजेपी लगातार ये आरोप लगा रही है कि पार्थ ही नहीं, ममता के और करीबी भी इस घोटाले से जुड़े हुए हैं। ईडी की जांच में आने वाले दिनों में बंगाल सरकार के कई और लोग भी इसकी जद में आ सकते हैं।