नई दिल्ली। कोरोना महामारी के डर के कारण लगातार दूसरे साल भी देश के नागरिक हज यात्रा पर नहीं जा सकेंगे। हज यात्रा 2021 के लिए किए गए सभी आवेदनों को निरस्त कर दिया गया है। यात्रा को रद्द किए जाने को लेकर भारत की हज कमेटी के सीईओ डॉ. मकसूद अहमद खान द्वारा इस आशय का एक परिपत्र जारी किया गया है। इसमें कहा गया कि, भारतीय हज कमेटी ने फैसला किया है कि हज-2021 के लिए सभी आवेदन रद्द कर दिए गए हैं। वहीं कोरोना महामारी के कारण सऊदी अरब सरकार ने विदेशियों की हज यात्रा को रद्द किए जाने का फैसला लिया है। इसके बाद भारतीय हज समिति ने भी हज 2021 के लिए किए गए कुल 58 हजार आवेदनों को रद्द कर दिया है। हज कमेटी ऑफ इंडिया के सीईओ मकसूद अहमद खान ने आईएएनएस को बताया कि, “देशभर के कुल 58 हजार लोगों ने हज के लिए आवदेन किया था, इनमें से किसी का सलेक्शन नहीं हुआ था। वहीं किसी ने किसी तरह का कोई पैसा भी नहीं भरा था।”
All applications for Haj 2021 cancelled: Haj Committee of India pic.twitter.com/z1Pnnrz4Ha
— ANI (@ANI) June 15, 2021
दरअसल सऊदी हुकूमत ने कोरोना वायरस के मद्देनजर इस साल भी बाहरी लोगों के लिए हज को रद्द कर दिया है। सऊदी अरब ने शनिवार को ही ऐलान किया था कि इस साल हज में सिर्फ मुल्क के ही लोगों को आने का मौका मिलेगा। वह भी उन 60 हजार लोगों को हज में जाने की इजाजत होगी जिन्हें वैक्सीन लग चुकी है। हालांकि मक्का में हज के लिए हर साल 20 लाख से अधिक लोग जाया करते थे, इनमें विदेशों से भी शामिल थे। कोरोना वायरस के फैलने से पहले साल 2019 में लगभग 2 लाख भारतीय मुसलमानों ने हज किया था।
हज यात्रा को लेकर केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी ने मंगलवार को कहा कि, “प्रधानमंत्री ने पहले ही कहा था कि हम सऊदी अरब के फैसले के साथ हैं। हमने हज की सारी तैयारियां कर ली थी। सऊदी अरब ने कोरोना महामारी को देखते हुए हज के लिए सऊदी अरब से बाहर के लोगों को इजाज़त नहीं दी है। देश और दुनिया के लिए यह अच्छा फैसला है।”