नई दिल्ली। देश की बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देने और उनके भविष्य को सुरक्षित करने के उद्देश्य से सुकन्या समृद्धि योजना चलाई जा रही है। सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 10 साल से कम उम्र की लड़कियों के नाम से एक एकाउंट खुलवाया जाता है। सरकार इसके जरिए बेटियों के लिए स्मॉल सेविंग करती है। अब केन्द्र सरकार ने इस योजना में एक बड़ा बदलाव किया है। इस बदलाव से योजना में निवेश करना आसान हो गया है।
1.सुकन्या समृद्ध योजना के अंतर्गत न्यूनतम 250 रूपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपए तक निवेश करने का प्रावधान है। इस योजना के पहले के नियमों के अनुसार, अगर आपके खाते में न्यूनतम राशि उपलब्ध नहीं है, तो एकाउंट डिफॉल्ट हो जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
2.पहले दो बेटियों के खाते पर 80C के तहत टैक्स छूट का प्रावधान किया गया था, लेकिन तीसरी बेटी के लिए ये सुविधा उपलब्ध नहीं थी, लेकिन अब इसमें बदलाव कर दिया गया है।
3.पहले लड़की की उम्र 10 साल होने पर ही वो एकाउंट ऑपरेट कर सकती थी, लेकिन बेटी की उम्र 18 साल होने पर ही उसे एकाउंट ऑपरेट करने का अधिकार मिल सकेगा।
4.पहले घर का एड्रेस बदलने पर एकाउंट होल्डर्स खाता बंद करवा सकते थे, लेकिन अब अगर अकाउंट होल्डर्स को जानलेवा बीमारी हो जाए, तो भी अकाउंट को बंद कराया जा सकता है।
क्या है सुकन्या समृद्धि योजना?
सुकन्या समृद्धि भारत में बेटियों के लिए चलाई जा रही एक छोटी-सी बचत योजना है, जिसकी शुरुआत ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत की गयी थी। इसके अंतर्गत माता-पिता या कानूनी अभिभावक कन्या के नाम से खाता खोल सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत बेटी के नाम से खाता खुलवाने के लिए बच्ची की आयु 10 वर्ष से कम होनी चाहिए।