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पूरी दुनिया में होगी भारत के देसी टीके की धमक, कोवैक्सीन को लेकर मोदी सरकार ने उठाया ये कदम

Covaccine: हाल ही में खत्म हुए जी-20 देशों के सम्मेलन में भारत की ओर से कोविड-19 सर्टिफिकेटों को पारस्परिक रूप से मान्यता दिए जाने का प्रस्ताव रखा गया था। भारत के इस फैसले के बाद वैश्विक नेताओं ने ये फैसला लिया था कि वो एक-दूसरे के कोरोना टीका प्रमाणपत्र को स्वीकार करते हुए फिर से अंतरराष्ट्रीय यात्रा शुरू करेंगे।

नई दिल्ली। देसी टीके कोवैक्सीन को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है। मंजूरी मिलने के बाद से ही भारत इस टीके को अधिक से अधिक देशों से मान्यता दिलाने के लिए कोशिशों में लग गया है। भारत बाकी देशों में कोवैक्सीन को मान्यता दिलवाने की कूटनीतिक पहल कर रहा है। इसके लिए विदेश मंत्रालय और विदेशों में स्थिति भारत के डिप्लोमैटिक मिशन लगातार अपने समकक्षों से संपर्क में बने हुए हैं। इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक, WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) की ओर से भारत बायोटेक की बनाई कोवैक्सीन को मान्यता मिलने के बाद इन प्रयासों में गति आई है। माना ये भी जा रहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के फैसले के बाद देसी टीके कोवैक्सीन को मान्यता देने वाले देशों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

covaxin

इन देशों ने दी है कोवैक्सीन को मान्यता

जिन देशों ने कोवैक्सीन को मान्यता दी है उनमें ऑस्ट्रेलिया, मॉरिशियस, ओमान, फिलिपींस, नेपाल, मेक्सिको, ईरान, श्रीलंका, ग्रीस, एस्टोनिया और जिम्बाब्वे शामिल हैं। अमेरिका भी आठ नवंबर से उन लोगों को अपने देश में आने की इजाजत देगा जिन यात्रियों ने कोवैक्सीन की दोनों डोज ले ली है।

आपको बता दें, हाल ही में खत्म हुए जी-20 देशों के सम्मेलन में भारत की ओर से कोविड-19 सर्टिफिकेटों को पारस्परिक रूप से मान्यता दिए जाने का प्रस्ताव रखा गया था। भारत के इस फैसले के बाद वैश्विक नेताओं ने ये फैसला लिया था कि वो एक-दूसरे के कोरोना टीका प्रमाणपत्र को स्वीकार करते हुए फिर से अंतरराष्ट्रीय यात्रा शुरू करेंगे।