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Predator Drone Deal: ड्रोन डील पर नहीं थम रहा सियासी बवाल, कांग्रेस ने लगाया घोटाले का आरोप, लेकिन अब

Predator Drone Deal: रक्षा मंत्रालय ने अपने जारी बयान में कहा कि, ‘रक्षा अधिग्रहण परिषद ने 31 एमक्यू-9बी ड्रोन खरीदने के सौदे को स्वीकृति प्रदान की है। बता दें कि इस समझौते के तहत 16 हवा में नजर रखने वाले ड्रोन और 15 समुद्र में नजर रखने वाले ड्रोन खरीदने का मसौदा तैयार किया गया है, जिसे जल्द ही मूर्त रूप दिया जाएगा।

नई दिल्ली। किसी ना किसी मसले को लेकर कांग्रेस केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर रहती ही है। शायद ही ऐसा ही कोई मसला हो, जिसे लेकर कांग्रेस बीजेपी पर निशाना साधने से बाज ना आती हो। अब इसी बीच अमेरिका के साथ हुए प्रीडेटर ड्रोन सौदे को लेकर सियासत तेज हो चुकी है। कांग्रेस जहां अब इसकी कीमत पर सवाल उठा रही है, तो वहीं अब इसे लेकर एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसके बाद कांग्रेस मौन मुद्रा में आ चुकी है। आइए, आगे आपको पूरा माजरा तफसील से बताते हैं।

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दरअसल, अमेरिकी अधिकारी ने हाल ही में हुए ड्रोन समझौते को लेकर एक ऐसा दावा कर दिया, जिसके बाद कांग्रेस बीजेपी के खिलाफ आक्रमक मुद्रा में आ गई। अमेरिकी अधिकारी ने अपने दावे में कहा कि भारत अन्य देशों की तुलना में 27 फीसदी कम कीमत पर एमक्यू-9बी ड्रोन खरीदने जा रहा है। बताया जा रहा है कि आमतौर पर किसी भी देश को अमेरिका यह ड्रोन 1275 में देता है, लेकिन यही ड्रोन भारत को 812 में दे रहा है। बता दें कि इस दावे के बाद कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर हो चुकी है, लेकिन रक्षा मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि अभी तक इसमें ड्रोन की कीमत तय नहीं हुई है। मंत्रालय ने जारी बयान में कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि दोनों देशों के बीच निष्पक्ष और पारदर्शी समझौता हो। वहीं, बयान में यह भी कहा गया कि कुछ लोगों के द्वारा राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित होकर दोनों देशों के देशों के बीच रिश्ते में दरार पैदा करने के मकसद से समझौते के संदर्भ में झूठी व भ्रामक खबरें प्रकाशित की जा रही है। माना जा रहा है कि अगर इन समझौते के संदर्भ में आगामी दिनों में कोई बदलाव नहीं किया गया, तो बहुत मुमकिन है कि इसकी अरबों तक पहुंच जाए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक ड्रोन की कीमत 9 करोड़ के आसपास होगी, लेकिन दूसरों देशों को यही ड्रोन 16 करोड़ रुपए में बेचा गया, लेकिन अफसोस इसे लेकर कोई सवाल नहीं उठाए, जिस पर अब विवेचना का भी सिलसिला शुरू हो चुका है। हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात ने यही ड्रोन 17 करोड़ डॉलर में बेचा था। आइए, अब आगे जानते हैं कि इस पूरे समझौते पर कांग्रेस का क्या कुछ कहना है।

क्या की क्या दलीलें हैं?

वहीं, इस ड्रोन समझौते को लेकर कांग्रेस ने आरोप लगाया कि 31 एमक्यू-9बी प्रीडेटर यूएवी ड्रोन अधिक ऊंची कीमत पर खऱीदी जा रही है। कांग्रेस ने इस संदर्भ में सरकार से जवाब भी तलब किया था, लेकिन अभी तक सरकार की ओर से इस संदर्भ में कोई भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। वहीं, अब इस संदर्भ में रक्षा मंत्रालय की ओर से भी इस पर प्रतिक्रिया सामने आई है। आइए, आगे जानते हैं कि मंत्रालय की ओर से इस संदर्भ में क्या कुछ कहा?

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रक्षा मंत्रालय ने क्या कहा ?

रक्षा मंत्रालय ने अपने जारी बयान में कहा कि, ‘रक्षा अधिग्रहण परिषद ने 31 एमक्यू-9बी ड्रोन खरीदने के सौदे को स्वीकृति प्रदान की है। बता दें कि इस समझौते के तहत 16 हवा में नजर रखने वाले ड्रोन और 15 समुद्र में नजर रखने वाले ड्रोन खरीदने का मसौदा तैयार किया गया है, जिसे जल्द ही मूर्त रूप दिया जाएगा। तीनों सेनाओं को रक्षात्मक मोर्चे पर मजबूत करने के मकसद से ये ड्रोन खरीदे जाएंगे। बहरहाल, अब जिस तरह से इस समझौते को लेकर कांग्रेस ने आरोप लगाकर सियासी बखेड़ा खड़ा किया है, उस पर आगामी दिनों में केंद्र की ओर से क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं और क्या कुछ प्रतिक्रिया जाहिर की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम छोटी बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए बने रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम