नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी का घरेलू विवादों से पुराना नाता रहा है। कभी चाचा भतीजे में तो कभी पिता-पुत्र के मनमुटाव की खबरें आती रही हैं। इसी बीच अब प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख शिवपाल यादव बड़े भाई मुलायम सिंह यादव से भी संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं और ये बात अब वो सार्वजनिक तौर पर भी कहने लगे हैं। यूपी के चुनावी जंग में मुलायम सिंह के बेटे अखिलेश का समर्थन करने के बावजूद शिवपाल अभी तक मुलायम के पिता के बराबर का दर्जा देते रहे हैं, लेकिन अब उन्होंने उन पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव ने आजम खान को लेकर एक बार फिर मुलायम सिंह यादव पर आरोप लगाया है। उन्होंने मुलायम सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘उन्होंने उनकी रिहाई की कोशिश नहीं की।’ गौरतलब है कि शिवपाल यादव मंगलवार को लखनऊ के एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे, जहां पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने आजम के दर्द को जाहिर करते हुए कहा कि ‘मुलायम सिंह यादव को उनकी रिहाई के लिए प्रयास करने चाहिए थे।’ उन्होंने आगे कहा,”आजम भाई को छोटे-छोटे केसों में लेकर, (जेल में) 26 महीने बीत गए हैं, उनको परेशान किया जा रहा है, वो काफी परेशानी में हैं, काफी दिक्कत में हैं।”
शिवपाल ने आगे कहा, ”आजम खान के साथ बहुत जुल्म हो रहा है और ऐसे में सभी लोगों को सहायता करनी चाहिए। हम भी गए थे। मैंने तो कहा था कि समाजवादी पार्टी की अगुआई नेताजी को करनी चाहिए थी।” कहा जा रहा है कि शिवपाल यादव सपा से नाराज चल रहे आजम खान को अपने साथ लाने की जुगत में हैं। इसी के चलते बीते दिनों वो सीतापुर जेल भी गए थे, जहां उन्होंने सपा के दिग्गज मुस्लिम नेता आजम खान से मुलाकात की थी।
बता दें, शिवपाल यादव इससे पहले भी मुलायम सिंह यादव पर आरोप लगाते हुए कह चुके हैं कि ”अगर अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव चाहते तो आजम खान को जेल से बाहर लाया जा सकता था। इसके अलावा, आजम के कई करीबियों ने भी अखिलेश यादव पर उनके नेता की अनदेखी करने और उनकी उपेक्षा करने का आरोप लगाया है। इसके बाद डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश में अखिलेश यादव ने अपने कुछ नेताओं को सीतापुर जेल भी भेजा, लेकिन आजम खान ने उनसे मुलाकात करने से साफ इनकार कर दिया।