नागौर। राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच खिंचीं तलवारें म्यान में जाती नहीं दिख रही हैं। सचिन पायलट लगातार अशोक गहलोत पर निशाना साध रहे हैं। सोमवार को भी सचिन पायलट ने नागौर की एक जनसभा मे अशोक गहलोत और कांग्रेस आलाकमान को अपनी धमक दिखाई। सचिन पायलट ने जनता के सामने गहलोत का नाम लिए बगैर कहा कि राजस्थान में तो कांग्रेस की हालत बहुत खराब थी। पायलट ने कहा कि उनके संघर्ष की वजह से ही राज्य में पिछली बार कांग्रेस की बड़े बहुमत वाली सरकार बन सकी थी।
नागौर की जनसभा में सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस की हालत राजस्थान में ये थी कि उसके बस 21 विधायक ही चुनकर आ सके थे। पायलट ने अपने समर्थकों के बीच कहा कि उन्होंने कांग्रेस को किस तरह आंदोलन और धरना-प्रदर्शन कर फिर से राजस्थान में अहम भूमिका दिलाई। सचिन पायलट ने अशोक गहलोत का नाम लिए बगैर बताया कि पिछले विधानसभा चुनाव से पहले 5 साल राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष रहते उन्होंने क्या-क्या किया था। सचिन पायलट ने नाम लिए बगैर अशोक गहलोत पर किस तरह निशाना साधा और अपनी उपलब्धियां गिनाईं, वो आप नीचे दिए गए इस वीडियो में सुन सकते हैं।
असल विपक्ष की भूमिका तो सचिन पायलट ही अदा कर रहे है pic.twitter.com/wgBYqkFeLJ
— राजस्थानी ट्वीट (@8PMnoCM) January 16, 2023
बता दें कि सचिन पायलट ने साल 2020 में बागी तेवर अपनाए थे। वो सीएम पद से अशोक गहलोत की छुट्टी चाहते हैं। वहीं, गहलोत भी अपने रुख पर कायम हैं। गहलोत का एक इंटरव्यू पिछले साल आया था। गहलोत ने अपने इस इंटरव्यू में सचिन पायलट को गद्दार तक कह दिया था। गहलोत ने साफ कहा था कि किसी भी सूरत में गद्दारी करने वाले को राजस्थान का सीएम नहीं बनाया जा सकता। इसके बाद सचिन पायलट लगातार गहलोत विरोधी तेवर सख्त करते जा रहे हैं। उनका ताजा निशाना इसी की कड़ी है। वहीं, सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच छिड़ी जंग से कांग्रेस आलाकमान परेशान है। वो इस मामले का हल अब तक नहीं निकाल सका है।