नई दिल्ली। ‘‘वो कहते हैं ना कि भगवान के घर में देर है, लेकिन अंधेर नहीं है। कुकर्मियों को उनके किए की सजा आज नहीं, तो कल मिल ही जाती है।” अब आप सोच रहे होंगे कि क्या हो गया कि बिना किसी मामले के बारे में बताने से पहले आप ऐसी भूमिकाओं के जाल बुने जा रहे हैं। आखिर मामला क्या है? जरा कुछ खुलकर बताएंगे, तो चलिए आगे कि रिपोर्ट में हम आपको सबकुछ तफ़सील से बताते हैं।
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— Live Law (@LiveLawIndia) January 8, 2024
जानिए पूरा माजरा
दरअसल, बिलकिस बानो के आरोपियों को गुजरात कोर्ट की ओर से मिली रिहाई पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। कोर्ट ने गुजरात सरकार के फैसले को पलट दिया है, जिसे लेकर सियासी गलियारों में भी प्रतिक्रियाओं का बाजार गुलजार हो चुका है। विपक्षी दलों के नेता इसे न्याय की जीत बता रहे हैं, लेकिन अब इस पूरे मामले में आगामी दिनों में सुप्रीम कोर्ट का क्या रुख रहता है। इस पर सभी की की निगाहें टिकी रहेंगी।
Breaking: SUPREME COURT SLAMS GUJARAT GOVT FOR GRANTING REMISSION TO CONVICTS IN BILKIS BANO GANGRAPE CASE
– APEX COURT ORDER OF MAY 13 2022 (SAYING GUJARAT IS APPROPRIATE GOVT FOR REMISSION) WAS OBTAINED BY FRAUD AND THUS NON EST IN LAW
– CONVICTS DID NOT MOVE COURT WITH… pic.twitter.com/zvJzWFDEUs
— Bar & Bench (@barandbench) January 8, 2024
जानिए क्या बिलकिस बानो का पूरा प्रकरण
वहीं, बात अगर बिलकिस बानो प्रकरण की करें, तो यह उन दिनों की बात है, जब गुजरात सांप्रदायिकता की आग में झुलस रहा था। बेशुमार लोग इस हिंसा का शिकार होकर मौत के गाल में समा चुके थे, तो वहीं अनेकों घायल हो गए थे।
इसके अलावा कई लोगों ने उपचार के दौरान ही दम तोड़ दिया था। इसके बाद पूरे मामले की सीबीआई द्वारा जांच भी हुई, जिसमें तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का भी नाम सामने आया था, लेकिन बाद में उन्हें सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित जांच समिति ने उक्त मामले में क्लीनचिट दे दिया था, लेकिन विपक्ष का हमला उन पर कम नहीं हुआ। बहरहाल, अब जब बिलकिस बानो को सुप्रीम कोर्ट से रिहाई मिल चुकी है।