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एक बार फिर पुलिस हिरासत में पहुंच गए यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, जानिए वजह

उन्होंने पुलिस के अधिकारियों से कहा, “हम तो शांति व प्रेम से तीन लोगों के साथ उभ्भा गांव जा रहे हैं। नरसंहार में मारे गए लोगों के घर व परिवार के लोगों के साथ दुख बांटने जा रहे हैं। हमको क्यों रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि क्या अब प्रदेश में अभिव्यक्ति की आजादी समाप्त कर दी गई है।”

भदोही। सोनभद्र जिले के उभ्भा गांव में जमीन पर कब्जे को लेकर हुए नरसंहार की पहली बरसी पर गुरुवार को उभ्भा गांव जा रहे उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को भदोही में गिरफ्तार कर लिया गया है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया संयोजक ललन कुमार ने बताया कि अजय कुमार लल्लू को भारी पुलिस बल ने रास्ते में रोका एवं गिरफ्तार करके गोपीगंज गेस्ट हाउस में रखा है। इससे पहले उत्तर प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष शाहनवाज आलम की गिरफ्तारी के खिलाफ 30 जून को भी लल्लू को गिरफ्तार किया था। वे लखनऊ में विधानसभा का घेराव करने जा रहे थे।

ajay kumar lallu

इस दौरान अजय लल्लू ने कहा कि दलित-आदिवासियों पर हमला करने वाली भाजपा सरकार उनके अधिकारों की लड़ाई से इतना डरती क्यों है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने नरसंहार के दौरान भी उनके खिलाफ अत्याचार को जोर-शोर से उठाया था। अब तो हम उभ्भा के नरसंहार में मृत आदिवासियों की स्मृति में पीड़ितों से मिलने जा रहे थे। इसके बाद भी हमको भारी पुलिस बल ने रास्ते में रोक कर गिरफ्तार कर लिया है। यह तो लोकतंत्र के खिलाफ है। उत्तर प्रदेश सरकार हताश होकर तानाशाही पर उतर आई है।”

उन्होंने पुलिस के अधिकारियों से कहा, “हम तो शांति व प्रेम से तीन लोगों के साथ उभ्भा गांव जा रहे हैं। नरसंहार में मारे गए लोगों के घर व परिवार के लोगों के साथ दुख बांटने जा रहे हैं। हमको क्यों रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि क्या अब प्रदेश में अभिव्यक्ति की आजादी समाप्त कर दी गई है।”

ajay kumar lallu

ज्ञात हो कि बीते वर्ष 17 जुलाई को उभ्भा गांव में 90 बीघा जमीन के विवाद में 11 आदिवासियों की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में प्रधान सहित अभी तक 67 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन सभी के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास सहित एससी/एसटी आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज है।