नई दिल्ली। सरकारी विज्ञापनों के जरिए आम आदमी पार्टी (आप) की ब्रांडिंग करने के मामले में दिल्ली सरकार के प्रचार निदेशालय ने आप के संयोजक और सीएम अरविंद केजरीवाल को 164 करोड़ रुपए का रिकवरी नोटिस भेजा है। इस रिकवरी नोटिस का मामला सामने आते ही विपक्षी बीजेपी ने केजरीवाल पर तीखा हमला बोला है। वहीं, दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने लेफ्टिनेंट गवर्नर वीके सक्सेना पर निशाना साधा है। माना जा रहा है कि ये मुद्दा और गरमाएगा और मामला कोर्ट-कचहरी तक भी पहुंच सकता है। बता दें कि लेफ्टिनेंट गवर्नर ने इस रकम की वसूली केजरीवाल की आम आदमी पार्टी से करने के आदेश पिछले महीने ही दिए थे।
पहले आपको बताते हैं कि बीजेपी ने रिकवरी नोटिस के मामले में किस तरह आम आदमी पार्टी और केजरीवाल को घेरा। बीजेपी के नेता हरीश खुराना ने बयान जारी कर केजरीवाल पर अमानत में खयानत का आरोप लगाया है। हरीश खुराना ने कहा कि जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा इस तरह लुटाया गया। उन्होंने कहा कि दिल्ली की आप सरकार ने दूसरे राज्यों की मीडिया को भी सरकारी विज्ञापन जारी किया। ये सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना है। हरीश खुराना ने दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर से भी गुजारिश की है कि वो ऐसा कदम उठाएं कि आगे से ऐसा न हो सके।
एक तरफ बीजेपी ने केजरीवाल और आप को निशाने पर लिया है। वहीं, केजरीवाल की सरकार में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बीजेपी और लेफ्टिनेंट गवर्नर पर हमला बोला है। सिसोदिया ने कहा है कि दिल्ली सरकार के अफसरों का बीजेपी और एलजी गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि इन अफसरों को जनता के काम के लिए नहीं, बल्कि आप की सरकार और मंत्रियों के खिलाफ इस्तेमाल किया जा रहा है। इसी तरह ये सरकारी सेवाओं पर अपना कंट्रोल रखना चाहते हैं। मनीष सिसोदिया ने ये भी कहा है कि दिल्ली के अखबारों में बीजेपी शासित तमाम राज्यों के सीएम के विज्ञापन छपते हैं। दिल्ली में बीजेपी के सीएम के फोटो वाले सरकारी होर्डिंग लगे हैं। क्या इनका खर्च बीजेपी के सीएम से वसूला जाएगा?