नई दिल्ली। सर्दी के मौसम में बालों और सेहत का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। क्योंकि बदलते मौसम के साथ हमारे शरीर में भी काफी बदलाव आते हैं, इसके साथ ही बाल गिरने भी शुरू हो जाते हैं। कहा जाता है कि सर्दी के मौसम में काले तिल का सेवन करना स्किन और बाल की सेहत के लिए बेहद लाभकारी होता है। काले तिल में आइरन, जिंक, फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स भी पाए जाते हैं, जो स्किन और बालों की कोशिकाओं को हेल्दी रखने में काफी मदद करते हैं। काले तिल में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। काले तिल में प्रोटीन, फैट, कार्बोहाइड्रैट, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, कॉपर, मैंग्नीज, आइरन, जिंक, सैचुरेटेड फैट, मोनोसैचुरेटेड फैट आदि पाए जाते हैं।
हेल्दी हेयर और स्किन के लिए फायदेमंद
काले तिल में हानिकारिक पराबैंगनी किरणों के दुष्प्रभावों को रोकने की क्षमता भी रखता है। पराबैंगनी किरणों के कारण न सिर्फ सनबर्न होता है बल्कि इससे चेहरे पर झुर्रियां और समय से पहले स्किन एजिंग की समस्या भी पैदा होती है। पराबैंगनी किरणों के कारण कैंसर भी हो सकता है, एक हालिया अध्ययन में पाया गया है कि चोट लगने के बाद तिल के तेल की मालिश से दर्द में काफी आराम मिलता है।
इम्युनिटी में बढ़ोत्तरी
काले तिल में एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम भी करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर की कोशिकाओं को डैमेज होने से भी बचाते हैं। यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से भी शरीर की रक्षा करता है, और लंबे समय तक ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस डायबिटीज, हार्ट डिजीज और कैंसर का कारण भी बन सकता है।
ब्लड प्रेशर कंट्रोल
कहा जाता है कि रोजाना 3.5 ग्राम काले तिल का सेवन करने से चार सप्ताह के अंदर ब्लड प्रेशर में कमी आ जाती है। इसके साथ ही ब्लड प्रेशर के सुधार में काले तिल की अहम भूमिका होती है। तिल में मौजूद कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, जिंक और सेलेनियम हार्ट को कई बीमारियों से होने वाले खतरे से भी बचाते हैं।
कब्ज में आराम
काले तिल में काफी मात्रा में फाइबर और अनसैचुरेटेड फैट पाया जाता है, जिससे कब्ज की समस्या से राहत मिलती है। काले तिल का तेल पेट से कीड़े निकालने और पाचन को मजबूत बनाने में कारगर साबित होता है।
हड्डियों होती हैं मजबूत
तिल में कैल्शियम, डाइटरी प्रोटीन और एमिनो एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जिससे हड्डियों की क्षमता बढ़ती है। इससे न सिर्फ हड्डियों को मजबूत बनती हैं, बल्कि यह मांसपेशियों के लिए भी फायदेमंद साबित होता है।