नई दिल्ली। खुद को सुपरपावर समझने वाले अमेरिका को तालिबान को आगे घुटने टेकने पर मजबूर होना पड़ा। तालिबान के आगे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हाथों हार स्वीकार कर ली। जिसके बाद अब बाइडेन सरकार पर अमेरिकी सैनिकों के निशाने पर आ गए है। एक तरफ जहां अफगान कमांडर ने हार के लिए राष्ट्रपति बाइडेन और अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी को जिम्मेदार ठहराया था, वहीं दूसरी ओर अमेरिका के लेफ्टिनेंट कर्नल ने बगावत करते हुए जो बाइडेन पर बड़ा आरोप लगाया। दरअसल लेफ्टिनेंट कर्नल स्टुअर्ट शेलर ने सोशल मीडिया के जरिए वीडियो शेयर करते हुए अमेरिकी सरकार पर कई बड़े आरोप लगाए। वहीं वीडियो वायरल होने के बाद उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है।
हालांकि, अमेरिकी सेना के प्रवक्ता मरीन कॉर्म का कहना है कि स्टुअर्ट शेलर को उनकी कार्यक्षमता के आधार पर कार्यमुक्त किया गया है। बता दें कि लेफ्टिनेंट कर्नल स्टुअर्ट शेलर ने काबुल हमले के तुरंत बाद एक वीडियो रिकॉर्ड किया और अफगानिस्तान में अमेरिका की हार के लिए सीनियर अधिकारियों और नेताओं से सार्वजनिक रूप से जिम्मेदारी लेने की मांग की थी।
वहीं स्टुअर्ट शेलर ने यह कहते हुए सेवा छोड़ दी है कि उसने अमेरिकी नेताओं में अपनी विफलताओं के लिए जवाबदेही की मांग करते हुए सभी विश्वास खो दिया है। लेफ्टिनेंट कर्नल स्टुअर्ट शेलर ने मरीन कॉर्प्स छोड़ने की अपनी योजना की घोषणा करने के लिए अपने इस्तीफे पत्र की एक तस्वीर साझा की, जिसमें 11 सितंबर की एंड डेट का अनुरोध किया गया है।
My reason for submitting a letter of resignation:
A lack of trust and confidence in your ability to lead.
LtCol Stuart Scheller
United States Marine Corps
⚔️⚔️⚔️ pic.twitter.com/UcyVqtLDcl— Josh Mandel (@JoshMandelOhio) August 31, 2021
बता दें कि काबुल एयरपोर्ट में हुए 13 सैनिकों के मारे जाने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति की प्रतिष्ठा धूल में मिल गई है। अमेरिका के अधिकांश लोगों का मानना है कि राष्ट्रपति बाइडन की अदूरदर्शिता के कारण काबुल की घटना हुई है।