वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन अपनी याददाश्त के कारण कई बार पहले भी चर्चा में रहे हैं। एक बार फिर जो बाइडेन की याददाश्त उनको धोखा दे गई। जो बाइडेन ने एक कार्यक्रम में चीन के राष्ट्रपति को रूस का राष्ट्रपति बता दिया। दरअसल, व्हाइट हाउस में नेशनल गवर्नर्स एसोसिएशन का वार्षिक कार्यक्रम था। इसी कार्यक्रम में जो बाइडेन ने शी जिनपिंग को रूस का राष्ट्रपति कह दिया। हालांकि, उनकी याददाश्त तुरंत सही हो गई और फिर बाइडेन ने जिनपिंग को चीन का राष्ट्रपति कहा।
नेशनल गवर्नर्स एसोसिएशन के कार्यक्रम में बाइडेन बता रहे थे कि बराक ओबामा चाहते थे कि शी जिनपिंग के बारे में ज्यादा जानकारी हासिल की जाए। क्योंकि ये साफ था कि जिनपिंग रूस के राष्ट्रपति बनने जा रहे थे। इसके बाद ही जो बाइडेन अपनी गलती जानकर सचेत हो गए और कहा कि नहीं चीन के। फिर बाइडेन ने कहा कि तब रूस और अमेरिका के संबंध ठीक नहीं थे। इसलिए बराक ओबामा चाहते थे कि उनके बारे में जानकारी हासिल की जाए। बाइडेन ने कहा कि मैंने अमेरिका और चीन में उनके साथ 17 हजार मील की दूरी तय की। तिब्बत में शी जिनपिंग ने पूछा कि अमेरिका की मेरे लिए व्याख्या कीजिए। इस पर मैंने उनको संभावनाएं बताईं।
बाइडेन पहले भी कई बार गलत जानकारी दे चुके हैं। उन्होंने एक बार और भी कहा था कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ 17 हजार मील की यात्रा कर चुके हैं, लेकिन मीडिया ने इस दावे को गलत बताया था। बाइडेन दरअसल 2011 में चीन की तीन दिन की यात्रा पर गए थे। वहीं, जो बाइडेन के लंबी यात्रा के दावे को व्हाइट हाउस भी नकार चुका है। अपनी याददाश्त के कारण बाइडेन पहले भी चर्चा में रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने मिस्र को मेक्सिको कहा था। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों की जगह पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा मितरां का नाम लिया था और यूक्रेन और रूस की जंग को इराक की जंग भी कह गए थे।