नई दिल्ली। हाल ही में ऑनलाइन सामने आए एक वीडियो में प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन, “सिख फॉर जस्टिस” (एसएफजे) के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू को भारत के गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर को निशाना बनाने का प्रयास करते देखा गया है। पन्नू गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने के लिए जाना जाता है और कई वर्षों से भारतीय एजेंसियों के रडार पर है। वीडियो में आतंकी जीएस पन्नू को खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के सिलसिले में हिंसा भड़काते और साजिश रचते देखा जा सकता है। वह हत्या के लिए अमित शाह, एस. जयशंकर और कनाडा में भारत के उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा को जिम्मेदार मानता है और उनकी विदेश यात्राओं के बारे में जानकारी देने वाले को 125,000 डॉलर का देने की घोषणा कर चुका है।
कनाडा में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद खालिस्तानी आंदोलन से जुड़े विभिन्न व्यक्तियों के खिलाफ व्यापक आरोप लगाए गए थे, जिसमें उनकी हत्या के लिए भारतीय राजनेताओं और राजनयिकों को दोषी ठहराया गया था। पन्नू का वीडियो तनाव को और बढ़ाता है और संभावित सुरक्षा खतरों के बारे में चिंता पैदा करता है। गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत, गुरपतवंत सिंह पन्नू राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की ब्लैकलिस्ट में है। चरमपंथी गतिविधियों में उनकी निरंतर भागीदारी और हिंसा के आह्वान ने भारतीय अधिकारियों के लिए गंभीर चिंताएँ बढ़ा दी हैं।
भारत सरकार, अंतरराष्ट्रीय समकक्षों के साथ, आतंकवाद का मुकाबला करने और देश और विदेश दोनों में अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। भारतीय अधिकारी निज्जर की हत्या की जांच करने और हिंसक अलगाववादी आंदोलनों से जुड़े किसी भी नेटवर्क को खत्म करने के लिए अपने कनाडाई समकक्षों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। वीडियो ने वैश्विक सुरक्षा एजेंसियों का ध्यान आकर्षित किया है, क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद से निपटने में सहयोगात्मक प्रयासों के महत्व पर प्रकाश डालता है। दुनिया भर के देश ऐसी नापाक साजिशों को विफल करने के लिए खुफिया जानकारी साझा करने और कार्यों में समन्वय स्थापित करने के लिए एकजुट हो रहे हैं।