नई दिल्ली। भारत और नेपाल के बीच सीमा को लेकर तनाव बढ़ता ही जा रहा है। इस बीच नेपाल ने भारत विरोधी नई चाल को हवा देते हुए अब उत्तराखंड से सटे एक नए इलाके पर अपना दावा ठोका है। दरअसल नेपाल का कहना है कि उत्तराखंड राज्य के कुमाऊं इलाके का चंपावत जिला उसकी सीमा में आता है।
ये दावा किया है नेपाल के कंचनपुर जिले के भीमदत्त नगर पालिका के मेयर ने। उनका कहना है कि बरसों से चंपावत जिला नेपाल का हिस्सा रहा है। क्योंकि उसके जंगलों के लिए बनाई गई कम्युनिटी फॉरेस्ट कमेटी (सामुदायिक वन समिति) उनके नगर पालिका क्षेत्र में आती है। एक अंग्रेजी अखबार के अनुसार नेपाल के कंचनपुर जिले के भीमदत्त नगर पालिका के मेयर सुरेंद्र बिष्ट का कहना है कि हमारी नगर पालिका के अंतर्गत उत्तराखंड के कुमाऊं इलाके के तहत आने वाले चंपावत जिले के जंगलों के कुछ हिस्सा आता है।
मेयर ने यह भी दावा किया कि इस क्षेत्र में नेपाल के द्वारा पौधे भी लगाए गए हैं। चंपावत जिले के सूत्रों के अनुसार, नेपाली नगर पालिका ने बाड़ लगाने और वृक्षारोपण के लिए 45 लाख रुपये की राशि खर्च की गई है। जब उनसे पूछा गया कि आप नो मैंस लैंड इलाके में कैसे दावा कर सकते हैं तो उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को हल करने के लिए भूमि का एक संयुक्त सर्वेक्षण किया जाना चाहिए। इससे तस्वीर साफ होगी।
भारत के साथ सीमा विवाद मुद्दे पर बातचीत करने का राग अलाप रहा नेपाल अपने विवादित नक्शे को विश्व बिरादरी में भेजने की तैयारी कर रहा है। नेपाल के भूमि प्रबंधन मंत्रालय के अनुसार, देश के नए नक्शे को अंग्रेजी में प्रकाशित करने के बाद इसे संयुक्त राष्ट्र और गूगल को भेजा जाएगा। नए नक्शे में भारत के लगभग 335 किलोमीटर के भू-भाग को नेपाल में दिखाया गया है।