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अब अमेरिका में ड्रैगन के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग, भारतीयों ने किया प्रदर्शन, इन देश के नागरिकों का मिला साथ

गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प को लेकर भारत-चीन के बीच सीमा विवाद जारी है। जिसके बाद देश में चीन के खिलाफ जमकर विरोध हुआ। देश में चीन के सामान के बहिष्कार की मांग उठने लगी जिसके बाद सरकार ने 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया। अब इस विरोध की चिंगारी अमेरिका तक पहुंच गई है।

न्यूयॉर्क। गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प को लेकर भारत-चीन के बीच सीमा विवाद जारी है। जिसके बाद भारत में चीन के खिलाफ जमकर विरोध हुआ। देश में चीन के सामान के बहिष्कार की मांग उठने लगी जिसके बाद सरकार ने 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया। अब इस विरोध की चिंगारी अमेरिका तक पहुंच गई है।

दरअसल, न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर शनिवार को भारतीय अमेरिकी नागरिक ही नहीं बल्कि चीन की विस्तारवादी नीतियों से तंग आकर तिब्बती और ताइवानी नागरिकों ने भी चीन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शन कर रहे लोगों के हाथ में बॉयकाट चाइना और स्टॉप चाइनीज एब्यूज जैसे पोस्टर भी लिए दिखे। इससे दो दिन पहले शिकागो में भी चीन के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन हुए थे।

ऐतिहासिक टाइम्स स्क्वॉयर पर बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकी लोगों ने चीन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए भारत माता की जय और अन्य देशभक्ति नारे लगाए। साथ ही, उन्होंने भारत के खिलाफ चीन की आक्रमकता को लेकर उसका आर्थिक बहिष्कार करने और उसे राजनयिक स्तर पर अलग-थलग करने की भी मांग की।

साथ ही, न्यूयॉर्क और न्यूजर्सी में रह रहे भारतीयों और भारतीय संघों के परिसंघ के अधिकारियों ने बॉयकाट चाइना, भारत माता की जय और चीनी आक्रामकता को रोको जैसे नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के मद्देनजर चेहरे पर मास्क पहनकर प्रदर्शन किया। उनके हाथों में हम शहीद जवानों को सलाम करते हैं के पोस्टर थे। प्रदर्शन में तिब्बती और ताइवानी समुदाय के सदस्य भी शामिल हुए. उन्होंने तिब्बत भारत के साथ खड़ा है, मानवाधिकारों, अल्पसंख्यक समुदायों के धर्मों, हांगकांग के लिए न्याय, चीन मानवता के खिलाफ अपराध रोके और बॉयकाट चाइना के पोस्टर ले रखे थे।