30 मई 2019 को जैसे ही नरेंद्र मोदी सरकार 2.0 का गठन हुआ। उसके बाद से ही सरकार की तरफ से जनहित में कई फैसले बड़ी तेजी से लिए गए। कई कानूनों को अमलीजामा पहनाया गया। सरकार के इन त्वरित फैसलों का मुरीद केवल देश की जनता ही नहीं मोदी का हमेशा विरोध करने वाले विपक्षी नेता भी बन गए। सरकार के कई फैसलों पर जमकर विपक्षी नेताओं ने सराहना की। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के फैसले का समर्थन तो तब कांग्रेस में रहे और अब भाजपा में शामिल हुए कद्दावर युवा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी की थी जिसके बाद से पार्टी उनसे नाराज चल रही थी। वहीं सरकार के इस फैसले का दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, बसपा सुप्रीमो मायावती सरीखे विपक्षी नेताओं ने भी की थी।
कोरोना काल में सरकार ने जिस तरह से इस महामारी को काबू में करने के लिए तेजी से काम करना शुरू किया उसको लेकर पीएम मोदी के मुरीद तो विपक्ष के लगभग सभी नेता नजर आए। कोरोना महामारी से जंग में जिस प्रकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूरे भारत की अगुवाई कर रहे है, उसने समर्थकों ही नहीं बल्कि विरोधियों को भी उनका मुरीद बना दिया है। प्रतिदिन कोई न कोई बड़ा नेता प्रधानमंत्री मोदी के हौसले और विश्वास की तारीफ करता नजर आ रहा है।
एनसीपी अध्यक्ष और देश के वरिष्ठतम नेताओं में से एक शरद पवार ने भी प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए पत्र लिखकर कहा कि वे कोरोना से जंग में बहुत ही अच्छा काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के फैसलों की पूरी दुनिया में तारीफ हो रही है और भारत कोरोना के खिलाफ लड़ाई को मजबूती से लड़ पा रहा है। दरअसल एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर महाराष्ट्र के लिए विशेष आर्थिक मदद की मांग की थी। इसी पत्र में उन्होंने लिखा कि कोरोना महामारी से लड़ाई में पीएम मोदी बहुत ही अच्छा काम कर रहे हैं।
इसी क्रम में लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री मोदी की जबरदस्त प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से लड़ाई में मोदी सरकार बहुत ही बेहतरीन काम कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एक के बाद एक ठोस कदम उठाए जा रहे हैं और कोरोना को परास्त करने की तरफ देश आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार के ऐसे ही कारगर कदम जारी रहे तो आने वाले समय में भारत ग्लोबल लीडर बन सकता है।
कोरोना महामारी से पूरी दुनिया लड़ रही है। इतनी बड़ी आबादी और इतने कम संसाधनों के बावजूद भारत जिस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस लड़ाई को लड़ रहा है उसकी तारीफ पूरा विश्व कर रहा है। विश्व के सबसे धनी व्यक्ति बिल गेट्स ने भी चिट्ठी लिखकर पीएम मोदी की जबर्दस्त तारीफ की।
वहीं पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने लॉकडाउन को देशहित में बताते हुए पीएम मोदी की तारीफ की और उनको कमांडर और देश की जनता को पैदल सैनिक बताया। चिदंबरम ने लोगों से अपील की कि वे केंद्र और राज्य सरकारों को अपना पूरा समर्थन दें और लॉकडाउन को पूरा सहयोग दें।
वहीं कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कोरोनावायरस को लेकर मोदी सरकार की ओर से उठाए जा रहे कदमों की सराहना की। उन्होंने मोदी के पूरे देश में 21 दिन के लॉकडाउन के फैसले का भी समर्थन किया। मोदी को पत्र लिखकर सोनिया ने कहा कि कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में कांग्रेस सरकार के साथ मजबूती के साथ खड़ी है। इसी के साथ उन्होंने सरकार को कई सुझाव भी दिए।
इसी के साथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना वायरस संकट से प्रभावित गरीब लोगों के लिए 1.7 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की सरकार की घोषणा का स्वागत करते हुए इसे सही दिशा में उठाया गया पहला कदम बताया। गांधी ने ट्वीट कर कहा कि सरकार की ओर से वित्तीय पैकेज की घोषणा सही दिशा में पहला कदम है। भारत पर उसके किसानों, दिहाड़ी मजदूरों, श्रमिकों, महिलाओं और बुजुर्गो का कर्ज है, जिन्हें मौजूदा लॉकडाउन में सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कोरोना पर ट्वीट करके पीएम या केंद्र सरकार की तरफ से लॉकडाउन को बढ़ाने के औपचारिक ऐलान से पहले ही इशारा कर दिया है। इस ट्वीट में कोरोना लॉकडाउन बढ़ाने के लिए केजरीवाल ने पीएम मोदी की तारीफ की। इसके साथ ही बसपा सुप्मीमो मायावती ने भी जमकर मोद सरकार की तारीफ की और कांग्रेस को कई बार इस बीच अपने निशाने पर लिया।
वहीं राजनीतिक लोगों से इतर प्रधानमंत्री मोदी को लिखी चिट्ठी में विश्व के सबसे धनी व्यक्ति बिल गेट्स ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग में आपने और आपकी सरकार ने जिस तरह समय रहते जरूरी कदम उठाए हैं, हम उसकी सराहना करते हैं। भारत ने समय रहते पूरे देश में लॉकडाउन को लागू किया। इसके अलावा हॉटस्पॉट जगह की पहचान की गई और कोरोना मरीज के संपर्क में आने वाले लाखों लोगों को प्रशासन की मदद से होम आइसोलेशन में रखा गया। इन सब के अलावा केंद्र और राज्य सरकारों ने मिलकर ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग कराने पर फोकस किया। जरूरत पड़ने पर पूरे इलाके तक को सील कर दिया गया। इसके साथ-साथ हेल्थ सिस्टम को लगातार मजबूत किया जा रहा है। सरकार की तरफ से तमाम जरूरी उपाय समय रहते किए जा रहे हैं। गेट्स ने अपनी चिट्ठी में विशेष रूप से इस बात का जिक्र किया कि, भारत ने अपने डिजिटल स्ट्रेंथ का इस जंग में भरपूर इस्तेमाल किया है और मैं इससे काफी खुश हूं। सरकार की तरफ से आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया है जिसे अब तक करोड़ों लोग डाउनलोड कर चुके हैं। इस ऐप की मदद से आप यह आसानी से पता लगा सकते हैं कि आप जिस एरिया में रह रहे हैं वह कोरोना से कितना सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि सभी भारतीयों के लिए पर्याप्त सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ पब्लिक हेल्थ को आप एकसाथ बैलेंस बनाकर चल रहे हैं। आपकी ऐसी लीडरशिप देखकर अच्छा लग रहा है।
आपको पता होगा कि नैबोले पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी भी पीएम नरेंद्र मोदी से मिले थे। और उनसे मिलने के बाद अभिजीत बनर्जी ने कहा था कि यह उनके लिए सौभाग्य की बात है कि पीएम मोदी ने उन्हें मिलने के लिए समय दिया। इसके साथ बनर्जी ने कहा कि घरेलू स्तर पर या जमीन पर सरकार की नीतियां अलग-अलग वजह से प्रभावित होती हैं, लेकिन किसी भी विषय पर उनके सोचने का अंदाज अलग है।
वहीं जब लालकिले के प्राचीर से पीएम मोदी ने देश के नाम अपना संबोधन 2019 में दिया तो विपक्ष के कई नेता उनके इस भाषण के मुरीद हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा छोटा परिवार, प्लास्टिक के खिलाफ मुहिम और वेल्थ क्रिएटर्स पर घोषणा के बाद विपक्ष के नेता भी उनकी तारीफ करने लगे। अक्सर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करने वाले कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिए गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयानों को सराहा। उन्होंने कहा कि छोटा परिवार, प्लास्टिक के खिलाफ मुहिम और वेल्थ क्रिएटर्स वाले बयान का स्वागत करना चाहिए। चिदंबरम ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘हम सभी को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री द्वारा की गई तीन घोषणाओं का स्वागत करना चाहिए- छोटा परिवार एक देशभक्ति का कर्तव्य है, धन सृजन करने वालों का सम्मान करें, प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक।
दूसरी तरफ बीजेपी से कांग्रेस में गए शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 15 अगस्त के दिन दिए भाषण की तारीफ की। उन्होंने कहा है कि पीएम मोदी का लाल किले से दिया गया भाषण तथ्यपरक, उम्मीद जगाने वाला और देश की मूल समस्याओं को उठाने वाला है। कांग्रेस नेता ने कहा कि जल संकट, सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल रोकने, क्षेत्रीय पर्यटन को बढ़ावा देने और जनसंख्या विस्फोट पर प्रधानमंत्री ने जो कहा उस पर तुरंत काम करने की जरूरत है।
इसके बाद जब स्वच्छ भारत अभियान और सिंगल यूज प्लास्टिक से छुटकारा पाने के लिए लोगों को संदेश देने के ख्याल से पीएम मोदी ममल्लापुरम के समु्द्र तट पर साफ-सफाई करते नजर आए तो पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा नेमु्द्र तट पर साफ-सफाई करते हुए प्रधानमंत्री मोदी का वीडियो शेयर किया और लिखा, ‘मैंने ममल्लापुरम के एक तट पर नंगे पांव प्लॉगिंग (जॉगिंग के साथ साफ-सफाई) करते हुए पीएम मोदी का वीडियो देखा। प्लास्टिक-मुक्त भारत की दिशा में यह एक प्रेरक शुरुआत है।’
इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुल कर तारीफ कर चुके हैं। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा था कि, ‘भाजपा के आदर्श अटल बिहारी वाजपेयी की तुलना में जनता के बीच भाषण देने में पीएम मोदी दो कदम आगे हैं। पीएम मोदी ज्यादा शार्प हैं।’ पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री राज्यों के मुद्दों को समझते हैं। प्रधानमंत्री जब भी किसी राज्य में जाते हैं, वहां के मुद्दों को समझते हुए उनके बारे में अपनी राय रखते हैं।
इसी के साथ फर्रुखाबाद से सांसद रहे सलमान खुर्शीद ने नरेन्द्र मोदी की आयुष्मान भारत योजना की जमकर तारीफ की थी। खुर्शीद बोले थे कि गरीब और मध्यम आय वर्ग वाले लोगों के लिए यह एक बेहतरीन योजना है। प्रत्येक व्यक्ति को इसका समर्थन करना चाहिए।
पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने तो यहां तक कह दिया था कि कांग्रेस अपनी हर हार के लिए पीएम मोदी को ज़िम्मेदार ठहराना बंद करे। इसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने अपने सहयोगी जयराम रमेश का समर्थन करते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खलनायक की तरह पेश करना गलत है और ऐसा करके विपक्ष एक तरह से उनकी मदद करता है। सिंघवी ने रमेश के बयान का हवाला देते हुए ट्वीट किया था, “मैंने हमेशा कहा है कि मोदी को खलनायक की तरह पेश करना गलत है। सिर्फ इसलिए नहीं कि वह देश के प्रधानमंत्री हैं, बल्कि ऐसा करके एक तरह से विपक्ष उनकी मदद करता है। ” उन्होंने कहा, ”काम हमेशा अच्छा, बुरा या मामूली होता है। काम का मूल्यांकन व्यक्ति नहीं बल्कि मुद्दों के आधार पर होना चाहिए। जैसे उज्ज्वला योजना कुछ अच्छे कामों में एक है।”
प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा करने वालों में एक नाम वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का भी है। कमलनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी को दल से ऊपर उठकर सभी के हित में काम करने वाला नेता बताया था। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री ने कभी उनके साथ भेदभाव नहीं किया। कमलनाथ ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ने नीति आयोग की सब कमेटी में मुझे शामिल किया है और इसके लिए मैं उनका आभारी हूं।
गुजरात में कांग्रेस की विधायक आशा पटेल ने राहुल गांधी को चिट्ठी लिखकर पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी देश के गरीब- वंचितों के विकास के लिए काम कर रहे हैं। वे देश को जोड़ने का काम कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस समाज को तोड़ने का काम कर रही है। ऊंझा विधानसभा क्षेत्र से विधायक आशा पटेल ने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजे अपने इस्तीफे में लिखा था कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया, जबकि दूसरी तरफ कांग्रेस यहां विभिन्न जातियों के बीच मतभेद पैदा करने की कोशिश में जुटी है। आपको पता होगा कि सवर्ण के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण की सीमा तय करने के सरकार के फैसले का विपक्षी दल भी विरोध नहीं कर पाए थे।
पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के बेटे सुनील शास्त्री ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिल्कुल मेरे पिता की तरह काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी दुनिया भर में भारत का सम्मान बढ़ा रहे हैं। सुनील शास्त्री ने कहा था कि वे देश के भीतर व्यापक विकास योजनाओं से सबका साथ सबका विकास कर रहे हैं। लाल बहादुर शास्त्री के बेटे ने यह तक कह दिया था कि आज की भारतीय राजनीति में प्रधानमंत्री मोदी का कोई विकल्प नहीं है।
राहुल गांधी के करीबी कांग्रेस नेता शशि थरूर ने प्रधानमंत्री मोदी की जमकर तारीफ की थी। पूर्व विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर अपने एक साक्षात्कार में सर्जिकल स्ट्राइक और डोकलाम विवाद जैसे विषयों पर पीएम मोदी की विदेश नीति की सराहाना की थी। थरूर ने कहा था कि, ‘प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की विदेश नीति में गतिशीलता लाई है। विदेश नीति के प्रबन्ध में बहुत ऊर्जा और गतिशीलता है। वह अथक यात्रा करते हैं और यह सब अच्छा है। वह जहां भी जाते हैं, बहुत ऊर्जावान प्रभाव बनाते हैं। यह सकारात्मक पक्ष है।’ डोकलाम विवाद का जिक्र करते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा था कि यह भारत की बड़ी जीत है कि चीन को 200 मीटर दूर जाना पड़ा। उन्होंने कहा था कि सितंबर 2016 में आतंकियों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक भी निष्प्रभावी आतंकवाद के लिए एक बड़ी जीत है।
दलित नेता प्रकाश अंबेडकर ने भी प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि साफ-सुथरी है और कांग्रेस 2024 तक बीजेपी को सत्ता से हटा नहीं सकती। उन्होंने साफ कहा कि कांग्रेस पीएम मोदी की छवि का मुकाबला नहीं कर सकती। प्रकाश अंबेडकर ने कहा था कि एक नेता के तौर पर प्रधानमंत्री मोदी की साफ-सुथरी छवि अब तक कायम है। प्रधानमंत्री मोदी अपने भाषणों में कांग्रेस के दागदार अतीत की बातें करते हैं जिसका मुकाबला नहीं किया जा सकता। कांग्रेस 2024 तक बीजेपी को नहीं हरा सकती।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी। विजयन ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर केरल के ओखी तूफान प्रभावित इलाकों में दौरा करने के लिए धन्यवाद ज्ञापन किया था। प्रधानमंत्री ने तूफान प्रभावित केरल, तमिलनाडु और लक्षद्वीप के लिए 325 करोड़ रुपये की वित्तिय मदद की घोषणा की। साथ ही कहा था कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत तूफान से बर्बाद हुए 1400 घरों को फिर से बनाया जाएगा। विजयन ने संकट के समय तत्काल राहत के लिए प्रधानमंत्री मोदी का शुक्रिया अदा किया था।
केरल के मुख्यमंत्री विजयन इससे पहले भी प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ कर चुके थे। विजयन ने इससे कुछ दिन पहले अक्टूबर में कोझीकोड में एक कार्यक्रम में कहा कि था कि प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि राज्य के विकास के लिए फंड की कमी नहीं होगी। उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार के साथ उनके राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन विकास के मुद्दे पर दोनों एकमत हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि केंद्र सरकार की मदद से जल्द ही राज्य की सड़कें दुरुस्त होंगी।
डोकलाम विवाद में भारत की सफल कूटनीति को नेशनल कॉन्फ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पीएम मोदी को सराहा था। उन्होंने ट्वीट कर पीएम मोदी और उनकी टीम को बधाई देते हुए लिखा था कि ये इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत ने बिना किसी गरज और धमक के चीन पर अपनी श्रेष्ठता साबित कर दी।
वहीं केरल लिटरेचर फेस्टिवल में इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा था कि “मैं निजी तौर पर राहुल गांधी के खिलाफ नहीं हूं। वह सौम्य और सुसभ्य व्यक्ति हैं, लेकिन युवा भारत एक खानदान की पांचवी पीढ़ी को नहीं चाहता। अगर आप मलयाली लोग 2024 में दोबारा राहुल गांधी को चुनने की गलती करेंगे तो शायद इसके जरिये आप नरेंद्र मोदी को ही बढ़त देंगे।”
उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी के पास भारतीय राजनीति में “कठोर परिश्रमी और खुद मुकाम बनाने वाले” नरेंद्र मोदी के सामने कोई मौका नहीं है और केरल के लोगों ने कांग्रेस नेता को संसद के लिए चुनकर विनाशकारी कार्य किया है। रामचंद्र गुहा ने नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी के बीच के अंतर को स्पष्ट करते हुए कहा था कि नरेंद्र मोदी सेल्फ मेड हैं, नरेंद्र मोदी ने अपनी शख्सियत खुद बनाई है। उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा था कि “उन्होंने 15 साल तक राज्य को चलाया है और उनमें प्रशासनिक अनुभव है। वह उल्लेखनीय रूप से कठिन परिश्रम करते हैं और कभी यूरोप जाने के लिए छुट्टी नहीं लेते। मेरा विश्वास कीजिए, मैं यह सब गंभीरता से कह रहा हूं।”
ऐसे कई और उदाहरण हैं जिसके जरिए आप यह समझ सकते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व क्षमता और सरकार के बेहतरीन संचालन की तारीफ केवल देश की बड़ी आबादी ही नहीं करते बल्कि विपक्ष के नेता भी करते रहते हैं।