नई दिल्ली। बात उन दिनों की है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे, लेकिन तभी राज्य में हिंदू-मुस्लिम तनाव पैदा हो गया और इस तनाव ने दंगे की शक्ल अख्तियार कर ली, जिसमें कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ गई। यकीनन, मसला हदयविदारक था, लेकिन अफसोस इस संवेदनशील मसले को लेकर भी राजनेता राजनीति करने से बाज नहीं आए, जिसका ताजा उदाहरण अभी हाल ही में गिरफ्तार हुए तीस्ता शीतलवाड़ प्रकरण में देखने को मिला है। जी ये वही तीस्ता शीतलवाड़ है, जिन्होंने नरेंद्र मोदी को फंसाने के लिए तथ्यों को तोड़ मरोड़कर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। जिसकी बाद में विधिवत रूप से इस पूरे मामले की एसआईटी ने जांच भी की थी, जिसमें नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट भी दे गई थी, लेकिन फिर प्रतिवादी पक्ष की ओर से एसआईटी जांच पर सवाल उठाते हुए कोर्ट में याचिका दाखिल की गई, लेकिन कोर्ट ने एसआईटी जांच पर मुहर लगते हुए उक्त याचिका को खारिज कर दिया और इसके साथ तीस्ता शीतलवाड़ की भूमिका को संदिग्ध करार दे दिया गया है। जिसके बाद तीस्ता और श्रीकुमार को गिरफ्तार किया गया था।
वहीं, आज तीस्ता शीतलवाड़ की ओर से जमानत की गुहार लगाई गई थी, लेकिन एसआईटी ने कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर हैरतअंगेज खुलासे के जरिए जहां जमानत का विरोध किया, तो वहीं कांग्रेस के दिवंगत नेता अहमद पटेल को भी सवालिया कठघरे में खड़ा किया गया, जिसके बाद कांग्रेस और बीजेपी में वाकयुद्ध छिड़ ही चुका है, लेकिन अहमद पटेल का नाम इस प्रकरण में सामने आने के बाद उनकी बेटी की प्रतिक्रिया भी सामने आई है, जिसमें उन्होंने क्या कुछ कहा है। हम आपको विस्तार से बताएंगे। लेकिन, उससे पहले आप यह जान लीजिए कि आखिर अहमद पटेल के संदर्भ में ऐसे क्या खुलासे हुए हैं कि आखिर कांग्रेस और बीजेपी के बीच वाकयुद्ध छिड़ चुका है। दरअसल, कोर्ट में तीस्ता शीतलवाड़ प्रकरण के संदर्भ में दाखिल किए गए हलफनामा से खालासा हुआ है कि गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार को अस्थिर करने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता शीतलवाड़ को कांग्रेस के दिवगंत नेता अहदम पटेल की ओर से 30 लाख रुपए दिए गए थे। यह रकम दो हिस्सों में दिए गए थे। एक बार 5 लाख रुपए और दूसरी बार 25 लाख रुपए। इस तरह से कुल 30 लाख रुपए तीस्ता शीतलवाड़ को अहमद पटेल की तरफ से दिए गए थे। उधर, इस खुलासे के बाद अहमद पटेल की बेटी की ओर से प्रतिक्रिया सामने आई है।
बता दें कि अहमद पटेल की बेटी ने उक्त प्रकरण में ट्वीट कर कहा है कि, ‘मुझे लगता है उनता नाम @ अहमदपटेल अभी भी विपक्ष को बदनाम करने के लिए राजनीतिक षडयंत्रों के लिए इस्तेमाल किए जाने के लिए वजन है। यूपीए काल के दौरान क्यों? @तीस्ता सेतलवाड़ को पुरस्कृत नहीं किया गया और राज्यसभा का सदस्य नहीं बनाया गया और केंद्र ने 2020 तक मेरे पिता पर इतनी बड़ी साजिश रचने के लिए मुकदमा क्यों नहीं चलाया?
I guess his name @ahmedpatel still holds weight to be used for political conspiracies to malign d opposition.Why during UPA years @TeestaSetalvad was not rewarded & made Rajya sabha membr & why the center uptil 2020 did not prosecute my father for hatching such a big conspiracy ?
— Mumtaz Patel (@mumtazpatels) July 16, 2022
वहीं, तीस्ता शीतलवाड़ के संदर्भ में एसआईटी द्वारा किए गए इस खुलासे के बाद कांग्रेस और बीजेपी के बीच जुबानी जंग शुरू हो चुकी है। सभी एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। लेकिन, एसआईटी की ओर से हुए इस खलासे ने बीजेपी के हाथों में कांग्रेस पर हमला बोलने के लिए एक और उपयोगी हथियार थमा दिया है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या कुछ रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।