नई दिल्ली। केंद्रीय संचार और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन पर निशाना साधा है। दरअसल, रघुराम राजन ने पिछले दिनों कहा था कि भारत में मोबाइल फोन बनते नहीं हैं। रघुराम राजन ने कहा था कि पीएलआई योजना के तहत भारत में मोबाइल फोन को सिर्फ पुर्जे जोड़कर असेंबल किया जाता है। अब संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पलटवार करते हुए कहा है कि रघुराम राजन एक ऐसे राजनेता बन गए हैं, जो किसी की ओर से पीछे की तरफ से वार कर रहे हैं। अश्विनी वैष्णव ने रघुराम राजन के बारे में कहा कि जब अच्छे अर्थशास्त्री नेता बन जाते हैं, तो वे आर्थिक समझ खो देते हैं।
संचार मंत्री ने आगे कहा कि रघुराम राजन एक राजनेता बन गए हैं। अब उनको खुलकर सामने आना चाहिए। वैष्णव ने कहा कि रघुराम राजन को चुनाव लड़ना चाहिए और राजनीतिक गतिविधियों में भी हिस्सा लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि शैडो बॉक्सिंग यानी पीछे से वार करना अच्छी बात नहीं है। वो किसी और की तरफ से शैडो बॉक्सिंग करने की कोशिश कर रहे हैं। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि कोई भी देश अपने यहां इलेक्ट्रॉनिक सामान के विनिर्माण का दावा कर सकता है और 40 फीसदी सबसे ज्यादा वैल्यू एडिशन है। उन्होंने कहा कि भारत अगले 2 साल से कम वक्त में 30 फीसदी से ज्यादा वैल्यू एडिशन करने लगेगा।
रघुराम राजन इससे पहले भी बीजेपी के नेताओं का निशाना बन चुके हैं। साल 2014 में जब मोदी सरकार ने सत्ता संभाली थी, तो रघुराम राजन आरबीआई के गवर्नर थे। बाद में उन्होंने इस्तीफा दिया। राजन पर आरोप लगते हैं कि उनके समय बैंकों की माली हालत खस्ता हुई। जिसे सुधारने के लिए उन्होंने कुछ नहीं किया। बीते दिनों जब राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा शुरू की थी, तब रघुराम राजन भी इसका हिस्सा बने थे। रघुराम राजन ने तब राहुल गांधी का इंटरव्यू भी किया था। जिसकी वजह से भी वो बीजेपी नेताओं के निशाने पर आए थे।