मुंबई। गुजरात दंगों के मामले में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद गिरफ्तार कथित सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ के खिलाफ अब कोर्ट में आवाजें उठने लगी हैं। गुजरात दंगों के एक आरोपी हर्षद सोलंकी ने बड़ा आरोप तीस्ता पर लगाया है। सोलंकी ने तीस्ता का नाम लेकर कहा कि उनकी साजिश में शामिल सरकारी वकील गवाहों को प्रभावित कर रहे हैं। सोलंकी ने मुख्य सेशन जज व्रुशाली जोशी के कोर्ट में कहा है कि सरकारी वकील गवाहों को अपनी तरफ से पढ़ा रहे हैं और उसी हिसाब से गवाही दिला रहे हैं। सोलंकी ने इस केस को किसी और अतिरिक्त सेशन जज के कोर्ट में ट्रांसफर करने की भी मांग की है। बता दें कि सोलंकी जैसे तमाम गुजरात दंगा आरोपियों के केस सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मुंबई में चल रहे हैं।
हर्षद सोलंकी बेस्ट बेकरी मामले में आरोपी है। उसने गुजरात पुलिस को भी कुछ और सह आरोपियों के साथ मिलकर चिट्ठी लिखी है कि तीस्ता सीतलवाड़ के मामले को सिर्फ जकिया जाफरी के केस से जोड़कर न देखा जाए। सोलंकी और उसके साथी आरोपियों ने शक जताया है कि गुजरात में हुए दंगों के हर मामले को अपनी तरफ से रंग देने की साजिश तीस्ता सीतलवाड़ ने रची और कुछ अफसरों के साथ मिलकर हर केस को एक खास दिशा में मोड़ने की कोशिश की। उनका कहना है कि दंगों के हर केस में तीस्ता, पूर्व डीजीपी बीके श्रीकुमार और आईपीएस रहे संजीव भट्ट की भूमिका की जांच होनी चाहिए।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने जकिया जाफरी की अर्जी को खारिज करते हुए ये टिप्पणी की थी कि तीस्ता सीतलवाड़ और उनके कुछ साथियों ने जान-बूझकर और साजिश के तहत दंगों के मामलों को लंबा खींचने की कोशिश की। कोर्ट ने इस मामले में जांच करने का आदेश दिया था। इसके बाद ही गुजरात पुलिस ने तीस्ता सीतलवाड़, श्रीकुमार और संजीव भट्ट को गिरफ्तार किया था।