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Congress Vs AAP: विपक्षी गठबंधन में फिर टकराव के आसार, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच राजस्थान के मसले पर तनातनी संभव

कांग्रेस की प्रवक्ता अलका लांबा ने बीते दिनों कहा था कि दिल्ली की सभी 7 लोकसभा सीटों पर पार्टी चुनाव लड़ेगी। इसके बाद आम आदमी पार्टी (आप) की तरफ से विपक्षी गठबंधन से अलग होने की चेतावनी दी गई थी। कांग्रेस की ओर से फिर हालात को कंट्रोल में करने के लिए कहा गया था कि कोई फैसला नहीं हुआ है।

नई दिल्ली। विपक्षी गठबंधन में फिर टकराव के आसार हैं। इसकी वजह राजस्थान बन सकता है। कांग्रेस की प्रवक्ता अलका लांबा ने बीते दिनों कहा था कि दिल्ली की सभी 7 लोकसभा सीटों पर पार्टी चुनाव लड़ेगी। इसके बाद आम आदमी पार्टी (आप) की तरफ से विपक्षी गठबंधन से अलग होने की चेतावनी दी गई थी। कांग्रेस की ओर से फिर हालात को कंट्रोल में करने के लिए कहा गया था कि अभी ऐसा कोई फैसला नहीं हुआ है। अब दिल्ली के बाद राजस्थान को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच फिर टकराव के आसार बन सकते हैं। इसकी वजह ये है कि आम आदमी पार्टी राजस्थान के विधानसभा चुनाव में 200 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रही है।

आम आदमी पार्टी के राजस्थान प्रभारी विनय मिश्रा के हवाले से न्यूज चैनल आजतक ने ये जानकारी दी है। विनय मिश्रा का कहना है कि आम आदमी पार्टी 200 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। मिश्रा के मुताबिक जल्दी ही इन सीटों के लिए उम्मीदवारों का नाम भी तय कर लिया जाएगा। आप के प्रभारी विनय मिश्रा ने कहा कि हर गांव में उनकी पार्टी 11-11 लोगों की टीम बना रही है। राजस्थान में विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए 22 अगस्त को प्रदेश अध्यक्ष को भी उन्होंने बुलाया है। विनय मिश्रा ने न्यूज चैनल को बताया कि 200 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम तय कर उसकी लिस्ट आप के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को भेजेंगे। उन्होंने कहा कि केजरीवाल तय करेंगे कि राजस्थान में आम आदमी पार्टी गठबंधन में विधानसभा चुनाव लड़े या अकेले मैदान में उतरे।

ashok gehlot Rajasthan

राजस्थान की बात करें, तो 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने यहां चुनाव में सबसे ज्यादा सीटें जीती थीं। कुछ निर्दलीय और बीएसपी के विधायकों को शामिल कर अशोक गहलोत ने राजस्थान में सरकार बनाई थी। राजस्थान में हर 5 साल में सरकार बदलने का चलन रहा है। अशोक गहलोत की सरकार के दौरान महिलाओं पर अत्याचार और सांप्रदायिक तनाव की तमाम घटनाएं हुईं। इनको आधार बनाकर बीजेपी अब कांग्रेस को चुनाव में हराने के लिए पुरजोर कोशिश में जुटी है। हालांकि, अशोक गहलोत ने 500 रुपए में गैस सिलेंडर समेत कई योजनाएं लागू की हैं और उनका दावा है कि एक बार फिर राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनेगी। अगर आम आदमी पार्टी से गठबंधन न हुआ, तो राजस्थान में वोट कटने तय हैं। ऐसे में कांग्रेस के लिए दिक्कत पैदा हो सकती है।