नई दिल्ली। राजस्थान में राजनीतिक उथल-पुथल मची हुई है। सचिन पायलट के विरोध वाले सुर के बाद कांग्रेस ने मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को लेकर कहा है कि, शेखावत राजस्थान सरकार गिराने की साजिश रच रहे हैं। इसको लेकर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने दो ऑडियो वायरल होने का जिक्र किया है।
राजस्थान में कांग्रेस की आपसी कलह को लेकर अब मायावती ने भी निशाना साधा है। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने शनिवार को दो ट्वीट करते हुए कहा कि, “जैसा कि विदित है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने पहले दल-बदल कानून का खुला उल्लंघन व बीएसपी के साथ लगातार दूसरी बार दगाबाजी करके पार्टी के विधायकों को कांग्रेस में शामिल कराया और अब जग-जाहिर तौर पर फोन टेप कराके इन्होंने एक और गैर-कानूनी व असंवैधानिक काम किया है।”
वहीं दूसरे ट्वीट में मायावती ने राजस्थान में राष्ट्रपति शासन लगाने को लेकर लिखा कि, “इस प्रकार, राजस्थान में लगातार जारी राजनीतिक गतिरोध, आपसी उठा-पठक व सरकारी अस्थिरता के हालात का वहां के राज्यपाल को प्रभावी संज्ञान लेकर वहाँ राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिए, ताकि राज्य में लोकतंत्र की और ज्यादा दुर्दशा न हो।”
आपको बता दें कि राजस्थान में सियासी संग्राम रुकने का नाम नहीं ले रहा है। पहले कांग्रेस ने एक ऑडियो के जरिए मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया। अब इस आरोप पर भाजपा की तरफ से पलटवार करते हुए फोन टैपिंग को लेकर CBI जांच की मांग की है।
शनिवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में भाजपा के प्रवक्ता संबति पात्रा ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस की सरकार सियासी ड्रामा कर रही है। राजस्थान में तथाकथित बनाम प्रत्यक्ष का मामला है। हाईकमान से लड़ाई हाईकोर्ट तक पहुंची है। कांग्रेस के घर की लड़ाई सड़क पर पहुंच गई है। पात्रा ने कहा, अशोक गहलोत के मुख्यमंत्री बनने के बाद शीतयुद्ध की स्थिति बनी रही। पात्रा ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है।