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Rahul Gandhi : ‘कोर्ट में जज ने मुझे बताया ढीठ..राहुल गांधी की याचिका पर दलीलें देते हुए क्या बोले वकील

Rahul Gandhi : राहुल गांधी की इस याचिका पर सुनावी के बारे में बार एंड बेंच की एक रिपोर्ट में राहुल के वकील चीमा ने कहा कि केवल पीड़ित व्यक्ति ही शिकायत दर्ज करा सकता है। इसके साथ ही राहुल के वकील ने ये भी कहा कि, ‘मेरा (राहुल का) बयान अपमानजनक नहीं है, जब तक उसे संदर्भ से अलग ना पेश किया जाए, बाल की खाल निकालकर इसे अपमानजनक बताया गया। क्या सिर्फ पीएम मोदी को लेकर मुखर होने की वजह से मेरे ऊपर इतना कठोर ट्रायल किया गया है ?

नई दिल्ली। पीएम मोदी के सरनेम को लेकर एक टिप्पणी करने के मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मानहानि के केस में सूरत के सत्र न्यायालय ने 2 साल की सजा सुनाई थी, इसी को लेकर हाल ही में दायर की गई राहुल गांधी की याचिका पर गुरूवार को सुनवाई की गई। इस याचिका में कांग्रेस नेता ने अपनी सजा पर रोक की मांग उठाई थी, ये याचिका 3 अप्रैल को दाखिल की गई थी। आज सूरत कोर्ट के आगे तमाम दलीलों को राहुल के वकील ने पेश किया। वहीं राहुल गांधी की लोकभा सीट को लेकर भी वकील ने कोर्ट के सामने कहा, पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल ने वायनाड सीट से शानदार जीत दर्ज की थी, अगर सजा होती है तो राहुल को लोकसभा चुनाव के दौरान बड़ा नुकसान होगा।

आपको बता दें कि राहुल गांधी की इस याचिका पर सुनावी के बारे में बार एंड बेंच की एक रिपोर्ट में राहुल के वकील चीमा ने कहा कि केवल पीड़ित व्यक्ति ही शिकायत दर्ज करा सकता है। इसके साथ ही राहुल के वकील ने ये भी कहा कि, ‘मेरा (राहुल का) बयान अपमानजनक नहीं है, जब तक उसे संदर्भ से अलग ना पेश किया जाए, बाल की खाल निकालकर इसे अपमानजनक बताया गया। क्या सिर्फ पीएम मोदी को लेकर मुखर होने की वजह से मेरे ऊपर इतना कठोर ट्रायल किया गया है ?

जानकारी के लिए आपको बता दें कि इस पूरे घटनाक्रम में शिकायत करने वाले व्यक्ति पूर्णेश मोदी की भौगोलिक मौजूदगी का जिक्र करते हुए चीमा ने साफ़ शब्दों में कहा कि राहुल गांधी द्वारा ये भाषण कोलार (कर्नाटक) में दिया गया और शिकायतकर्ता को वॉट्सऐप पर मैसेज प्राप्त हुआ । इसके साथ ही राहुल के वकील चीमा ने कहा, ‘अगर कोई इस बात को कहने लगता है कि तुम पंजाबी हो और झगड़ा करने वाले हो, या तुम इसी वजह से गाली भी देते हो तो क्या मैं मानहानि का केस कर सकता हूं? आम तौर पर इस तरह के वाक्य या शब्द खास तौर पर गुजरात और अन्य भाषा के लोगों के लिए उपयोग में आते रहते हैं।

इसके साथ ही राहुल के वकील चीमा ने कहा, मुझे सूरत के ट्रायल कोर्ट के इस बात को लेकर बेहद हैरानी हो रही है, कि ‘जब आपको सुप्रीम कोर्ट ने चेतावनी दी थी, बड़े ढीठ हो आप कुछ नहीं समझे।’ मुझे माफ करिए मैं कठोर शब्दों को इस्तेमाल कर रहा हूं लेकिन जज को भ्रमित किया गया और कठोर थे।’ राहुल गांधी इस समय अपनी लोकसभा सदस्यता वापस हासिल करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।