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India-China Fight: तवांग में भी गलवान जैसी हिंसा करने के इरादे से आए थे चीन के सैनिक, बहादुर भारतीय जवानों ने दुश्मन को ऐसे खदेड़ा

चीन की तरफ से करीब 600 सैनिक आए थे, लेकिन भारतीय जवानों ने बिना इस संख्या की फिक्र किए चीन के सैनिकों को उनके इलाके तक खदेड़ने के बाद ही दम लिया। इस घटना में 6 भारतीय जवान घायल हुए। जिनका इलाज गुवाहाटी के सैनिक अस्पताल में किया जा रहा है। घटना की जगह पर जवानों की तैनाती भी सेना ने की है।

नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारतीय पोस्ट पर चीन की हमले की कोशिश के बारे में ताजा जानकारी आई है। पता चला है कि चीन के सैनिक पिछले काफी समय से यहां के भारतीय पोस्ट को हटाने की तैयारी में जुटे थे। वे आए दिन बंदरघुड़की भी दिया करते थे। भारतीय सेना के जवान ऐसी किसी घटना का अंदाजा पहले ही लगा चुके थे। इसी वजह से पूरे एलएसी के साथ यहां खासतौर पर जवानों ने अतिरिक्त सतर्कता बरती हुई थी। वे किसी भी संघर्ष का माकूल जवाब देने के लिए तैयार थे। सूत्रों के मुताबिक चीन के जवानों ने बड़ी तादाद में यांगत्से इलाके में भारतीय जवानों को हटाने की साजिश रची थी। वे गलवान जैसी घटना करने की तैयारी से भी आए थे।

सूत्रों के मुताबिक चीन के तमाम जवानों के पास वैसे ही कंटीले तार और कील लगे डंडे थे, जैसे उन्होंने पूर्वी लद्दाख के गलवान में भारतीय जवानों पर हमले के लिए इस्तेमाल किए थे। गलवान घाटी में दोनों पक्षों के बीच नदी के किनारे संघर्ष हुआ था। जबकि, तवांग में 17000 फिट की ऊंचाई पर बनी पोस्ट को कब्जे में लेने के लिए चीन के सैनिकों का गणित गड़बड़ा गया। भारत के जवान यहां ऊंचाई पर हैं। ऐसे में चीन के जवानों ने पहले पथराव किया। जिसका उसी अंदाज में जवाब दिया गया। इसके बाद दुश्मन के कुछ सैनिक ऊपर चढ़ने की कोशिश करने लगे। जिसके बाद भारतीय जवानों ने उन्हें खदेड़ने का काम शुरू किया।

India & China

सूत्रों के मुताबिक खदेड़ने के दौरान ही चीन के सैनिक गुत्थमगुत्था हो गए। भारतीय सेना के वीर जवानों ने दुश्मन के सैनिकों को उनकी ही भाषा में जवाब देना शुरू किया। जवानों ने घूंसे के बदले घूंसा और लात के बदले लात की रणनीति अपनाई। कंटीले डंडों के वार से निपटने के लिए पहले से ही तैयारी करके भारतीय जवान बैठे हुए थे। चीन की तरफ से करीब 600 सैनिक आए थे, लेकिन भारतीय जवानों ने बिना इस संख्या की फिक्र किए चीन के सैनिकों को उनके इलाके तक खदेड़ने के बाद ही दम लिया। इस घटना में 6 भारतीय जवान घायल हुए। जिनका इलाज गुवाहाटी के सैनिक अस्पताल में किया जा रहा है। घटना की जगह पर और जवानों की तैनाती भी भारतीय सेना ने की है। इसके अलावा पूरे एलएसी पर अरुणाचल से लेकर पूर्वी लद्दाख तक चौकसी और बढ़ाई गई है।