नई दिल्ली। महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक उथल-पुथल अब अपने निर्णायक मोड़ पर आ चुकी है। आखिरकार लंबी चली इस सियासी खींंचतान ने उस कयास को वास्तविकता में तब्दील करने का काम कर ही दिया है, जिसके कयास पिछले काफी दिनों से लगाए जा रहे थे। हालांकि, शिवसेना ने अपनी तरफ से महाविकास अघाड़ी सरकार को बचाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया था। लेकिन, अफसोस शिवसेना इसमें नाकाम रही। पहले तो शिवसेना को सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा झटका देते हुए फ्लोर टेस्ट कल यानी की 30 जून को कराने का फैसला सुनाया है, लेकेिन इससे पहले कि कल फ्लोर टेस्ट होता कि उद्धव ठाकरे ने अपनी हार मान ली। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के तुरंत बाद उन्होंने फेसबुक लाइव किया, जिसमें उन्होंने पहले तो अपना दुखड़ा रोया। इसके बाद उस कयास को वास्तविकता में तब्दील करने का काम किया, जिसके कयास लगाए जा रहे थे। आइए, आपको सब कुछ तफसील से बताते हैं।
बता दें कि सीएम उद्धव ठाकरे ने फेसबुक लाइव में खुद के इस्तीफा का ऐलान कर दिया। उन्होंने साफ कर दिया कि वे अपने पद से इस्तीफा देने जा रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें अपने ही लोगों ने धोखा दिया है। उन्होंंने यह भी कहा कि आपको किसी भी बात का कोई गिला शिकवा था, तो मुझसे आकर बात करते। हालांकि, जिस तरह का आत्मविश्वास शुरू से ही शिवसेना गुटों की ओर से दिखाया जा रहा था, उसे देखकर यह माना जा रहा था कि वो फ्लोर टेस्ट का सामना करने के लिए तैयार हैं, लेकिन अफसोस इससे पहले कि वे शक्ति परीक्षण का सामना करते, उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया।
Uddhav Thackeray announces his resignation from MLC post too. pic.twitter.com/igkiJ60u1H
— ANI (@ANI) June 29, 2022
उद्धव द्वारा सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद बीजेपी गुट में खुशी की लहर देखने को मिल रही है। ध्यान रहे कि इससे पहले ही मी़डिया से मुखातिब होने के क्रम में शिंदे ने साफ कर दिया था कि वे शक्ति परीक्षण करने हेतु मुंबई रवाना होंगे, लेकिन उधर उद्धव ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। आइए, जरा आपको ये भी बता दें कि सीएम उद्धव ने अपने संबोधन में क्या कुछ कहा है।
उद्धव ठाकरे के संबोधन की मुख्य बातें
आपको बता दें कि फेसबुक लाइव पर संबोधन में उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुझे फ्लोर टेस्ट से कोई मतलब नहीं है। शायद उद्धव इस बात को पहले ही भांप चुके थे कि महाविकास अघाड़ी सरकार अब अल्पमत में आ चुकी है, तो फिर फ्लोर टेस्ट का सामना करके अपनी छीछालेदर कराने का कोई फायदा नहीं है। सो उद्धव ने इस्तीफे का ऐलान करना ही मुनासिब समझा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मेरे पास शिवसेना है, जो कि कोई भी मुझसे नहीं छीन सकता है। बता दें कि उन्होंने इस बयान का जिक्र ऐसे वक्त में किया है, जब लगातार शिवसेना पर मालिकाना हक जताने के दावे शिंदे समेत उद्धव गुट की ओर से किए जा रहे थे। ठाकरे ने कहा कि कांग्रेस ने मंत्रिमंडल से निकलने की पेशकेश की है। कांग्रेस ने उद्धव को साफ कर दिया था कि वे अब महाविकास अघाड़ी सरकार से कोई सरोकार नहीं ऱखते हैं। उद्धव ने आगे कहा कि मैंने जो पाप किया है, आज मैं उसे भोग रहा हूं। बहरहाल , अब महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त हो चुका है।