newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

कोरोना को लेकर चीन की घेराबंदी, 5 महाशक्तियों ने तैयार की ‘चार्जशीट’, साझा जांच में चौंकाने वाले खुलासे

एक जांच रिपोर्ट में चीन की घिनौनी साजिश और उसकी जानलेवा लापरवाहियों का खुलासा हुआ है।

बीजिंग। कोरोना वायरस और उसके संक्रमण के फैलाव को लेकर चीन दुनिया भर में सवालों के घेरे में आ गया है। चीन की वुहान लैब पर कोरोना वायरस को बनाने के आरोप लग रहे हैं। जिसके चलते चीनी सरकार लगातार स्पष्टीकरण दे रही है। अमेरिका समेत दुनिया के कई और देश चीन पर कोविड-19 से जुड़ी सभी जानकारियां छिपाने के आरोप लगा रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति के मुताबिक चीन ने कोरोनावायरस के शुरुआती लक्षणों को दुनिया से छिपाया, जिसकी वजह से आज करीब 184 देश इस महामारी का भयानक अंजाम भुगत रहे हैं।

Trump and china jinping

भले ही कोरोना वायरस और इसके संक्रमण को लेकर चीन अब तक पूरी दुनिया के सामने झूठ बोलता आया हो लेकिन मानवता के खिलाफ सबसे बड़ा झूठ बोलने वाले चीन के अब चुप होने का वक्त आ गया है। दरअसल एक जांच रिपोर्ट में चीन की घिनौनी साजिश और उसकी जानलेवा लापरवाहियों का खुलासा हुआ है। 15 पन्नों के इस अंतरराष्ट्रीय डोजियर को अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा समेत शक्तिशाली देशों के जांच संगठन ‘FIVE EYES’ ने तैयार किया है।

जिस दिन से दुनिया में कोरोना वायरस ने अपने पांव पसारे और लोगों को घुट-घुटकर मरने पर मजबूर कर दिया, कमोवेश उसी दिन से कई देश इस सवाल को लेकर चीन पर आरोप लगाते रहे हैं कि क्या चीन ने जानबूझकर लाखों लोगों को मरने दिया? आखिर क्यों चीन संक्रमण की चेन में सबसे पहला देश होने के बावजूद कोरोना वायरस के प्रभाव से तेजी से उभरने में कामयाब रहा? तो आपको बता दें कि चीन और कोरोना वायरस के कनेक्शन से जुड़े सभी अनसुलझे सवालों का जवाब आखिरकार मिल गया है। कोरोना वायरस के डिजाइनर ड्रैगन की महामारी वाली साजिश का पर्दाफाश हो गया है। चीन के खिलाफ इंटरनेशनल ‘चार्जशीट’ तैयार हो गई है।

चीन के खिलाफ ये इंटरनेशनल चार्जशीट यानी डोजियर तैयार की गई है। अंतराष्ट्रीय स्तर की ये उच्च स्तरीय जांच करने वाले संगठन का नाम FIVE EYES है। यानी वो 5 आंखें जिनसे धरती पर होने वाली कोई भी गतिविधि ज्यादा दिनों तक छिप नहीं सकती। इसी संगठन ने कोरोना संक्रमण को लेकर चीन की साजिश और लापरवाहियों की लंबी फेहरिस्त बनाते हुए 15 पन्नों का डोज़ियर तैयार किया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक चीन का कोरोना वायरस को लेकर गोपनीयता बरतना अंतरराष्ट्रीय पारदर्शिता पर हमले से कम नहीं था।

xi jinping

डोजियर में साफ-साफ लिखा गया है कि चीन ने पहले तो कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर सही तथ्य दुनिया से छिपाए। फिर उन लोगों पर भी दबाव बनाकर उन्हें चुप करा दिया या गायब कर दिया जिन्होंने कोरोना पर कुछ भी बोलने की कोशिश की। रिपोर्ट में चीन पर ये भी खुलासा किया गया है कि उसने जानबूझकर कोरोना वायरस के जुड़ी रिसर्च और सैंपल्स को अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों के सामने लाने में देरी की। गौरतलब है कि चीन के आंकड़ों की वजह से ही विश्व स्वास्थ्य संगठन पर भी आंच आई है।